18 घंटे विद्युत सप्लाई की जगह नाम मात्र ही मिल रही ग्रामीण इलाकों में बिजली ।
मिश्रित सीतापुर / विद्युत उपकेन्द्र में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों की मनमानी के चलते प्रचंड गर्मी में भी ग्रामीण इलाकों में 18 घंटे की जगह मात्र 5 से 6 घंटे ही बिजली आपूर्ति की जा रही है । अघोषित विद्युत कटौती से उपभोक्ता परेसान चल रहे है। प्रदेश के मुख्य मंत्री ने भले ही ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली प्रदान करने का निर्देश दिया हो । लेकिन विद्युत उपकेन्द्रों पर तैनात अधिकारी शासनादेश पर खरे नही उतर रहे है । उपकेन्द्रों पर तैनात अधिकारी प्रति दिन लोकल फाल्ट के नाम पर अघोषित विद्युत कटौती कर रहे है ।विद्युत उपकेन्द्र मिश्रित में तैनात जेई समित कुमार कभी पावर हाउस में रात्रि बिश्राम नही करते है । रात्रि के समय पूरा पावर हाउस एक एससओ के सहारे चलता है । वह भी रात्रि में लालपरी के नसे में धुत होकर रंगीन सपने देखता रहता है । जिससे रात्रि कालीन बिजली पूरी तरह गुल बनी रहती है । जब कि मुख्य मंत्री ने स्पस्ट निर्देश दिया है । कि रात्रि के समय कोई भी विद्युत कटौती नही की जाएगी । फिर बीते एक मांह से ग्रामीण फीडर विश्व बैंक, रामकोट फीडर में रात्रि कालीन बिजली नाम मात्र की प्रदान की जा रही है । जिससे ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है । खासकर रात्रि कालीन अघोषित विद्युत कटौती से ग्रामीण परेशान हैं। रात में आधे-आधे घंटे सप्लाई प्रदान की जा रही है । तरसावां निवासी अमर प्रताप , मनोज कुमार, प्रमोद कुमार, सुशील कुमार, राकेश कुमार, पंकज कुमार मौर्य आदि बताते है । कि बिजली आपूर्ति के इतने दुर्दिन पहले नहीं आए थे । इस समय तो दिन में बिजली मुस्किल को 2 घंटे मिल रही है । और पूरी रात गुल बनी रहती है । ग्रामीणों के सभी कार्य प्रभावित होकर रह गए है । इस सम्बंध में जेई समित कुमार से फोन पर पक्ष जानने का प्रयास किया गया । लेकिन उनका फोन आउट आफ नेट वर्क बताता रहा । ग्रामीणों की माने तो जब से यहां पर जेई साहब तैनात कभी उनका फोन नही मिलता है ।