तहसीलदार राकेश कुमार द्वारा भलुआही की आबादी की जमीन को एक अरबपती व्यक्ति के नाम पट्टा किए जाने का वारल हो रहा वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंध में तहसीलदार राकेश कुमार ने बताया कि सरकारी जमीन का पट्टा करने का अधिकार उन्हें नहीं है। जिस जमीन को पट्टा किए जाने का वीडियो वायरल किया जा रहा है वह जमीन बंजर खाते की भूमि है। लेखपाल द्वारा अतिक्रमणी को बेदखल करने के लिए उनके न्यायालय में एक वाद दाखिल किया गया था। जिसकी सुनवाई करते हुए तहसीलदार ने रिपोर्ट के मुताबिक पाया की उस जमीन पर पक्का मकान शौचालय एवं टीन शेड रखकर अतिक्रमण किया गया है। उच्च न्यायालय की व्यवस्था का तर्क देते हुए उन्होंने लेखपाल द्वारा प्रस्तुत किए गए बाद में तर्क दिया है कि अतिक्रमणी को लेखपाल द्वारा निर्माण कार्य के दौरान नहीं मना किया गया। परिणाम स्वरूप वह पचासों वर्ष से मकान बनवा कर काबिज दाखिल होता चला आ रहा है।अतिक्रमणी को बेदखल किया जाना न्यायसंगत नहीं है!