धार्मिक क्षेत्र में अंधा धुंध कटान से बिगड़ रहा पर्यावरण संतुलन ।
वन विभाग की मिली भगत से फलदार हरे भरे आम के वृक्षो का खुले आम हो रहा कटान ।
रिपोर्ट – श्रवण कुमार मिश्र ।
सीतापुर / वन विभाग सहित जिले के आला अधिकारी भले ही वृक्षारोपण के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हों । लेकिन वन रेंज मिश्रित में तैनात अधिकारी व कर्मचारी हरित पट्टी क्षेत्र में फलदार व अन्य प्रतिबंधित प्रजाति के हरे भरे वृक्षो को कटा कराकर अपनी इच्छा पूर्ती में लगे हुए है । केन्द्र व प्रदेश सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए तमांम कार्यक्रमों का आयोजन करके बृक्षारोंपण पर बल दे रही है । परन्तु विभागीय अधिकारी लकड़ी माफियाओं से सांठ गांठ करके अवैध कटान कराने में मस्त चल रहे है । गौरतलब हो कि मिश्रित वन रेंज क्षेत्र के ग्राम इस्लाम नगर मढिया में गांव के बाहर स्थित सीतापुर निवासी सांतन शुक्ला की हरे भरे फलदार आम के बृक्षों की एक भारी भरकम बाग जिसमें कुछ देशी तथा कुछ कलमी बृक्ष खड़े थे । वर्तमान समय सभी बृक्षों में आम की फसल भी लगी हुई थी । लकड़ कटारों ने यहां पर तैनात फारेस्टर व डिप्टी रेंजर समर सिंह की मिली भगत से खुले आम कटाकर साफ करा दिया है । जब कि यह बाग राम-जानकी मंदिर ट्रस्ट की भूमि पर लगी हुई थी । प्रत्येक वर्ष इसमें आने वाले फलों से मंदिर को हजारो रुपयों का फायदा भी मिलता था । बाग में लग भग 100 बृक्षों के ऊपर आम के फल लगे बृक्ष खड़े थे । जिसमें कुछ कलमी तथा कुछ देशी आम के बृक्ष भी थे । लकड़ कटारों ने सभी बृक्षों को कटाकर साफ करा दिया । इस सम्बंध में रेंजर दिनेश गुप्ता से बात की गई तो उन्होने बताया है । कि बाग में कलमी आम के पेड़ थे । दस दस बृक्षों की दो बार टीपी बाग मालिक व्दारा टीपी बनवाई गई है । परमिट फ्री है । मांमले में डिप्टी रेंजर समर सिंह से बात की गई तो उनके बोल बिगड़ गए । उन्होने प्रदेश सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा । कि कलमी आम के बृक्ष चाहें फल लगे हो या फल बिहीन सरकार ने बिना परमिट कटाने का आदेश किसानों को दे रखा है । तो हम लोग क्या कार्यवाही कर सकते है ।