
ऋषभ दुबे /नैमिष टुडे
कन्नौज विशुनगढ़। दहेज की कुप्रथा ने एक और मासूम जिंदगी को निगल लिया। विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम मालपुरा जगदीशपुर की बेटी लक्ष्मी की शादी डेढ़ वर्ष पहले राजस्थान के भिवाड़ी जिले के ग्राम साथलका निवासी राहुल के साथ हुई थी। लेकिन शादी के बाद से ही लक्ष्मी का जीवन नर्क बन गया। पति राहुल और उसकी मां रेखा देवी ने उस पर अतिरिक्त दहेज की मांग को लेकर अत्याचार शुरू कर दिए।
लक्ष्मी ने अपनी पीड़ा कई बार मायके में बताई, मगर मां सुधा देवी ने बेटी को समझाते हुए कहा कि समय के साथ सब ठीक हो जाएगा। बेटी ने भी वैवाहिक जीवन बचाने की पूरी कोशिश की, मगर ससुराल पक्ष का रवैया नहीं बदला।
मौत की खबर से टूटा मातम
25 सितंबर को अचानक सुधा देवी को फोन पर सूचना मिली कि उनकी बेटी लक्ष्मी की मौत हो गई है। सूचना मिलते ही वे परिवार समेत भिवाड़ी रवाना हुईं। सरकारी अस्पताल पहुंचीं तो बेटी का शव सामने पड़ा।
सुधा देवी ने थाना खैरथल तिजारा राज, भिवाड़ी में आरोपी पति राहुल और सास रेखा देवी के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कराया।
शव पहुंचते ही गांव में उमड़ी भीड़
रविवार दोपहर जब लक्ष्मी का शव मायके गांव मालपुरा जगदीशपुर पहुंचा तो परिजनों का दर्द फूट पड़ा। घर में कोहराम मच गया। चीख-पुकार से पूरा माहौल गूंज उठा। अंतिम दर्शन करने और परिजनों को सांत्वना देने ग्रामीणों की भारी भीड़ जुट गई।
पुलिस जांच जारीफाइल फोटो लक्ष्मी
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। परिजन न्याय की गुहार लगा रहे हैं और ग्रामीणों में दहेज प्रथा के खिलाफ गहरा आक्रोश देखा गया।