
जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी पर गंभीर आरोप, जांच की मांग
लखीमपुर/ब्यूरो रिपोर्ट
लखीमपुर खीरी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें विद्यालय की जमीन को शासनादेश का अनुपालन किए बिना ही नीलाम कर दिया गया। यह विवादित नीलामी जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी द्वारा कराई गई, जिससे क्षेत्र में भारी आक्रोश फैल गया है।
शासनादेश की अनदेखी
सूत्रों के अनुसार, विद्यालय की जमीन को नीलाम करने से पहले शासनादेश का पालन नहीं किया गया। न तो सार्वजनिक सूचना जारी की गई और न ही विद्यालय प्रबंधन को विश्वास में लिया गया। स्थानीय नागरिकों और स्कूल प्रशासन ने इस कदम को नियमों के विपरीत बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया है।
बच्चों के भविष्य पर खतरा
विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि यह जमीन स्कूल के विस्तार और खेल मैदान के लिए आरक्षित थी। नीलामी के बाद स्कूल की सुविधाओं पर बुरा असर पड़ेगा, जिससे बच्चों के भविष्य पर संकट उत्पन्न हो सकता है।प्रशासन मौन, जागरूक नागरिकों ने जांच की मांग की है
मामले को लेकर जिला प्रशासन से संपर्क किया गया, लेकिन किसी भी अधिकारी ने स्थिति पर बयान देने से इनकार कर दिया। उधर, स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। उनका कहना है कि इस तरह की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
*जांच की उम्मीद*
ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि यह कदम पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
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*निष्कर्ष*
लखीमपुर खीरी में विद्यालय की जमीन की विवादित नीलामी ने प्रशासनिक कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि इस मामले में शासन स्तर पर क्या कार्रवाई की जाती है।