
जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ीकरण किये जाने की मांग
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
सीतापुर जनपद में वैसे तो सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है परन्तु जनपद में 2016 कों बना ट्रामा सेंटर चालू नहीं हो सका है, उसमें मात्र ओपीडी संचालित हो रही है जिसमें स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को नियुक्त किया गया है।शासन की मन्शा अनुरूप प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज होना चाहिए वह भी सीतापुर को नहीं मिल सका है मेडिकल कॉलेज न होने के कारण मरीजों को लखनऊ जाना पड़ता है समय से मरीज़ लखनऊ नहीं पहुंच पाते तो रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। जिला चिकित्सालय में अधिक मरीज होने से एक बेड पर दो मरीजों को लेटाया जाता है।जिसका प्रमुख कारण सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से मरीजों को तुरंत रेफर किया जाना भी होता है यदि प्रथम इलाज वाले मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपचार व भर्ती मिलने लगे तो जिला अस्पतालों का भार कम हो जायेगा। जिला अस्पतालों व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर वार्ड बॉय स्वीपर चौकीदार सेवा निवृत्त हो जाने के बाद भर्तियां न होने से उनके पदों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाये बाधित हो रही है। ग्रामीण स्तर पर जो जांच स्वास्थ्य उपकेंद्र पर हो सकती है उस मरीज़ को आशाओं द्वारा जिला अस्पताल में लातीं है वैसे जबसे सीएचओ का पद सृजित किया गया तथा नियुक्ति की गई उससे कई जांचें ग्रामीण स्तर पर होने लगी है। परन्तु अधिकांश सीएचओ लखनऊ से आने के कारण अपने केंद्र पर देरी से पहुंचतीं
है आजाद अधिकार सेना के जिला अध्यक्ष नवल किशोर मिश्रा के नेतृत्व में जिला प्रभारी चन्द्र भान सक्सेना प्रदीप कुमार माथुर जिला महासचिव सुशील कुमार मिश्रा जिला सचिव राज कुमार श्रीवास्तव आदि लोगों द्वारा महामहिम राज्यपाल महोदया के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी अधिकारी कार्यालय में अतिरिक्त मैजिस्ट्रेट को सौंपा गया।