
विष्णु सिकरवार
आगरा। फतेहपुर सीकरी के अंतर्गत विगत मंगलवार को सनकी पति ने पत्नी और डेढ़ वर्ष के बच्चे की हत्या कर शव को एफ एस ब्रांच बडी नहर में फेक दिया था। 48 घंटे बाद पीएसी गोता खोरों ने आरोपी की निशानदेही पर सर्च ऑपरेशन चला बुधवार सुबह डेढ वर्षी बच्चे का शव मंडीगुड नहर से बरामद कर पोस्टमार्टम हेतु भेजा था एक दिन पूर्व पत्नी का शव आगरा भेजा था। बताया जाता है कि तीन साल पहले बिहार के किशनगंज निवासी मुन्नी उर्फ जुमातुन ईट मंडी सिकंदरा आगरा में मजदूरी करती थी। वंहा उसको मुलाकात सिकंदरा थाना के गांव अससेर्ना के रहने वाले कुमेंद्र उर्फ आशिक से हुई थी। दोनों के प्रेम संबंध बन गए दोनों ने शादी कर ली विवाह करने के बाद मुन्नी अपने गांव बिहार के किशनगंज चली गई ओमेंद्र ने पीछे से दूसरी शादी कर ली इसकी जानकर मनी का हुई तो मुन्नी ने पति से फोन पर बात की और मिलने को दो अप्रैल आगरा मैं बुलाया। मुन्नी सोमवार को टूंडला रेलवे स्टेशन उत्तरी घटना की सूचना मुन्नी ने अपनी बहन समीरन को दी वहीं पति कुमेंद्र पत्नी को टूंडला बाइक से लेने पहुंच गया लेकिन रास्ते में विवाद होने के चलते पत्नी व डेढ़ वर्ष के बच्चे को भरतपुर छोड़ने जा रहा था कि रास्ते में मंडी गुड़ नहर पास पत्नी व डेढ वर्षीय पुत्र की गला दबाकर हत्या कर दी। मासूम बच्चे और पत्नी की हत्या कर नहर में शव फेक दिया। मुन्नी का मोबाइल स्विच ऑफ होने कई घंटे बाद बहन सुमिरन ने घटना की सूचना सिकंदरा आगरा पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी पति कुमेंद्र निवासी अरसेना को गिरफ्तार कर लिया। पुलीस की कड़ाई से पूछताछ में पुलिस को हत्या की बात स्वीकार की जिसकी डेड बॉडी मंगलवार को मंडी गुड़ नहर में मिली वहीं बुधवार को डेढ़ वर्षीय पुत्र का शव पीएसी गोताखोरों की मदद से नहर से बाहर निकाला। पुलिस ने दोनों शवो का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम हेतु आगरा भेजा है वहीं आरोपी आशिक उर्फ कुमेंद्र पुत्र लक्ष्मी नारायण निवासी अरसेना थाना सिकंदरा को फतेहपुर सीकरी पुलिस ने धारा 302 में गुरुवार को जेल भेजा है। पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुट गई थी पुलिस टीम में प्रमुख रूप से प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र दहिया, वरिष्ठ उप निरीक्षक अनिल कुमार राजपूत, उपनिरीक्षक अक्षय राणा, कांस्टेबल पंकज कुमार, कांस्टेबल चौधरी बेदवीर सिंह आदि शामिल रहे।