
– *जल जांच की उपयोगिता जानी, पता चला कि…परीक्षण बिना नहीं लग सकता पानी में मौजूद भारी धातुओं का पता*
– *लखनऊ के बीकेटी की ग्राम पंचायत कुम्हरावां में जल जीवन मिशन ने आयोजित की जल ज्ञान यात्रा*
– *जल निगम(ग्रामीण) लैब के विशेषज्ञों से स्कूली बच्चों ने जल जांच से संबंधित पूछे उत्सुकता भरे कई सवाल*
– *सोलर संचालित योजना के तहत बनी पानी टंकी देख हुए हैरान, पम्प हाउस में गये, क्लोरिन की जानकारी भी मिली*
– *नुक्कड़ नाटक से जल संरक्षण और हर घर जल योजना की जानकारी भी स्कूली बच्चों को मिली*
लखनऊ पीने के पानी में कौन-कौन से हैवी मेटल होते हैं?, पानी का पीएच लेविल कितना होता है? इस तरह के प्रश्न बीकेटी के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों ने गुरुवार को राजधानी में जल जीवन मिशन की ओर से आयोजित ‘जल ज्ञान यात्रा’ में पूछे। जल निगम लैब के विशेषज्ञों ने उत्तर देते हुए बताया कि जल परीक्षण से ही भारी धातुओं का पता लगाया जा सकता है। हैवी मैटल मानव शरीर में बीमारियों का मुख्य कारण होते हैं। कुछ इस तरह का नजारा बीकेटी की ग्राम पंचायत कुम्हारावां में देखने को मिला। स्कूली बच्चों ने यहां बूंद-बूंद संभालने के गुर भी सीखे।
इंटौंजा के कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय और लखनऊ इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, बीकेटी के 100 स्कूली बच्चों ने जल ज्ञान यात्रा में भाग लिया। सोलर से संचालित 225 किलो लीटर क्षमता की 14 मीटर ऊँची पानी टंकी की खासियत जानना उनके लिए एकदम नया अनुभव था। उन्होंने यात्रा में हर घर जल योजना के तहत गांव में पानी सप्लाई के लिए बनाई गई पेयजल योजना को नजदीक से पहली बार देखा। यहां बना पम्प हाउस कैसे कार्य करता है उसकी जानकारी प्राप्त की। उसमें लगे पैनल्स का क्या कार्य है जैसे कई सवाल भी किये। जिसके जवाब प्लांट पर मौजूद जल निगम (ग्रामीण) के अधिकारियों ने उनको दिये। जल से संबंधित जानकारी लेने की उत्सुकता उनमें देखते ही बनी। पानी टंकी परिसर में उनको जल गुणवत्ता की जांच करके दिखाई गई। यहां स्कूली बच्चों ने कई सवाल किये। जिसके उत्तर उनको मिले। इस अवसर पर जल को संरक्षित करने और योजना की जानकारी देता नुक्कड़ नाटक भी उनको सीख दे गया।
*स्कूली बच्चों की सेल्फी में दिखाई दी कुम्हरांवा की पानी टंकी*
स्कूली बच्चाें को बताया गया कि पेयजल योजना सोलर से संचालित होती है। हर घर जल योजना के तहत जल सप्लाई करने के साथ बिजली की बचत भी की जा रही है। स्कूलों की छात्राओं की ओर से ली गई सेल्फी में कुम्हरांवा की पानी टंकी भी दिखाई दी। उनको बताया गया कि इस पानी टंकी से वर्तमान में चार गांव को पानी सप्लाई की जा रही है। पहली बार गांवों में ग्रामीणों के घरों में हर घर जल योजन के तहत नल कनेक्श पहुंचे हैं।