
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
झरेखापुर सीतापुर क्षेत्र के सेलूमऊ में खंडवाहे बाबा स्थान पर चल रही भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के अंतिम दिन श्रीमद् भागवत का रसपान करने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। उत्तर प्रदेश के बदायूँ (कछिला ब्रिज) से पधारे कथा वाचक श्री ब्रजभूषणाचार्य जी महाराज ने भागवत कथा के अंतिम दिन कई प्रसंगों का विस्तार से वर्णन किया। इसमें श्रीकृष्ण सुदामा प्रसंग, परीक्षित मोक्ष की कथा का बड़े ही रोचक अंदाज में वर्णन किया।
सुदामा चरित्र का वर्णन करते समय आचार्य व श्रोतागण इतना भावविभोर हो गए कि आँखों से अश्रु बहने लगे, श्रीकृष्ण और सुदामा की मित्रता की मिसाल पेश की। कि प्रेम निश्चल होना चाहिए, समाज को समानता का संदेश दिया। इस कड़ी में महाराज ने बताया श्रीमद् भागवत कथा का सात दिनों तक श्रवण करने से जीव का उद्धार हो जाता है, वहीं इस कथा को कराने वाले भी पुण्य के भागी होते हैं। अंतिम दिन सुखदेव द्वारा राजा परीक्षित को सुनाई गई श्रीमद् भागवत भागवत कथा का पूर्णता प्रदान करते हुए विभिन्न प्रसंगों का वर्णन किया। आचार्य जी का मुख्य यजमानों संतोष मिश्रा, वीरेंद्र सिंह चौहान, छोटेलाल मिश्रा ने माल्यर्पण व चंदन टीका कर विदाई दी।। विश्राम दिवस पर जिलाध्यक्ष भाजयुमो सचिन मिश्रा, जिला कोसाध्यक्ष रामप्रताप सिंह, प्रधान अनुपम सिंह अर्मी, विमला सिंह हरगांव, महेंद्र सिंह, रवि शुक्ल, अर्पित चौहान, बिजनेश, शुभम, कामेश, हिमांशू,साकेत, प्रांजुल, शिवम अवस्थी आदि सैकड़ो भक्तगण मौजूद रहे।।