
विशाखापट्टनम में निधन हुए जवान का रविवार को पैतृक गांव पहुंचेगा नौसेना के जवान हरेश का पार्थिव शरीर, सैनिक सम्मान के साथ पैतृक गांव में होगा अन्तिम संस्कार
आगरा/बीते गुरुवार सुबह विशाखापट्टनम में ताज नगरी आगरा की खेरागढ़ तहसील क्षेत्र के बसई निवासी नौसेना जवान हरेश सिंह सिकरवार का पार्थिव शरीर रविवार को पैतृक गांव पहुंचेगा। जिसके बाद पूरे सैनिक सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
गुरुवार को नौसेना के जवान हरीश सिंह सिकरवार के निधन के बाद उसकी जांच रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि होने पर इंडियन नेवी के अधिकारियों ने उसके पार्थिव शरीर को गांव भेजने से इंकार कर दिया। नौसेना जवान के पार्थिव शरीर को गांव न भेजने पर उनके परिजन अनशन पर बैठ गए और शासन प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। गुरुवार रात्रि से ही प्रशासनिक अधिकारी उन्हें समझाने का प्रयास करते रहे लेकिन परिजन अनशन पर बैठे रहे। कभी अधिकारी गांव में शव भेजने की बात करते तो कभी परिजनों को विशाखापट्टनम में ही आने के लिए कह देते। लेकिन परिजन गांव में ही उसकी पार्थिव देह का अंतिम संस्कार करने की बात पर अडिग रहे। उनके इस अनशन का परिणाम उन्हें शनिवार की सुबह मिला जब नौसेना अधिकारी का फोन हरेश के परिजन के पास आया। हरेश के भाई विष्णु ने बताया कि सुबह नौसेना के अधिकारी का फोन आया और कहा कि हरेश का पार्थिव शरीर रविवार सुबह छः बजे सलामी देने के बाद आठ बजे विशाखापट्टनम से नौसेना के अधिकारी बाई एयर लेकर निकलेंगे जो आगरा एयर पोर्ट पर साढ़े बारह बजे तक आ जाएंगे। जिसके बाद आर्मी की गाड़ी से दोपहर दो बजे के आसपास पैतृक गांव पहुंच जाएगा। पैतृक गांव पहुंचने पर उसका पूरे सैनिक सम्मान के साथ श्रद्धांजलि अर्पित कर अंतिम संस्कार किया जाएगा।
शनिवार को क्षेत्रीय विधायक भगवान सिंह, फतेहपुर सीकरी के विधायक चौधरी बाबूलाल, सांसद के भाई अनिल चाहर,पूर्व जिला पंचायत सदस्य सुधीर गर्ग गुड्डू द्वारा मृतक नौसेना जवान के आवास पर ढांढस बंधाया और बताया कि जवान हरेश का पार्थिव शरीर रविवार को दोपहर दो बजे तक उनके पैतृक गांव बसई में पहुंचेगा। जवान के पार्थिव शरीर का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।