
ख़ास ख़बर: भारत की जर्सी पहने और गले में ढेरों मेडल लटकाए एक वृद्ध महिला ने जब अपने देश की धरती पर कदम रखे तो सैकड़ों लोगों ने ढोल नगाड़ों से उनका स्वागत किया, उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया।ढोल की थाप पर लोगों के साथ बड़ी सादगी से परंपरागत हरियाणवी नृत्य करने वाली महिला थीं भगवानी देवी, जिन्होंने दुनिया के खेल के नक्शे पर भारत के नाम की स्वर्णिम मोहर लगाई।
भगवानी देवी ने 94 साल की उम्र में खास कारनामा अंजाम दिया है। वे फिनलैंड वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप से तीन मेडल लेकर लौटी हैं। उन्होंने 100 मीटर दौड़ में ही नहीं, बल्कि गोला फेंक और भाला फेंक में भी शानदार प्रदर्शन किया। 100 मीटर की दौड़ में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि बाकी दोनों स्पर्धाओं में वह कांस्य पदक जीतने में कामयाब रहीं।