
कोरोना की चौथी लहरों की आहट के बीच लोगों की दूसरी बड़ी चिंता पेट्रोल और डीजल के दाम ही हैं। पेट्रोल और डीजल की कीमतें महंगाई की राह को मजबूत करती हैं।लगातार 20 दिन से पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रहने से लोगों को राहत है। ईंधन की कीमतों में लंबे समय से बदलाव न होने से लोगों की चिंता बढ़ रही है कि कहीं कीमतें एक साथ बढ़ी तो जेब पर कीमतें भारी पड़ जाएंगी। लगातर बढ़ रहे पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर लोग सुबह घर से निकलने से पहले ही बेचैन हो रहे हैं।
छह अप्रैल के बाद से ही तेल की महंगाई से समय राहत भरा रहा है। गुरुवार को लगातार 22 वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़े हैं। दूसरी ओर गुरुवार अप्रैल को लगातार 22 वें दिन भी पेट्रोल और डीजल के दामों में उत्तर प्रदेश में बढ़त दर्ज नहीं होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पेट्रोल डीजल की कीमतें पखवारे भर से अधिक समय से वैसे ही बने हुए हैं। इस दौरान कीमतों में किसी प्रकार की बढ़ोतरी नहीं होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। डीजल के बढ़ रहे भाव की वजह से माल भाड़े में भी वृद्धि की चिंता कारोबारियों में शुरू हो गई है। माल भाड़े में इजाफा हुआ तो वस्तुओं और उत्पादों की कीमतों में इजाफे का खतरा मंडराने लगा है।
सरकारी तेल कंपनियों की ओर से लगातार पेट्रोल डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं किया जा रहा है। वाराणसी के लिहाज से गुरुवार को लगातार 22 वें दिन पेट्रोल डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं होने से आम जनता ने राहत महसूस की है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद से एमएलसी चुनाव के बीच पेट्रोल व डीजल के रेट में लगातार बढ़ोतरी हो रही थी। पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से फुटकर में पेट्रोल और डीजल के रेट में वृद्धि शुरू होने के बाद चिंता बढ़ने लगी थी। सरकार महंगाई से मुकाबले के लिए इनकी कीमतों में सुस्त इजाफा कर रही है ताकि पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट का मालभाड़ा में अधिक बढ़ोतरी हो रही है। छह अप्रैल को 80 पैसे प्रति लीटर वृद्धि के साथ पेट्रोल 106.06 और डीजल 97.63 रुपये प्रतिलीटर तक हो गया था। प्रीमियम रेंज में पेट्रोल 110.25 और प्रीमियम रेंज डीजल 100.95 रुपये प्रति लीटर है।
सीएनजी के दाम 8.60 व पीएनजी घरेलू सात रुपये बढ़े
पेट्रोल-डीजल की महंगाई की मार से मुक्त उपभोक्ता सीएनजी-पीएनजी के लगातार बढ़ते दाम के चलते बेबश होने का अनुभव करने लगे हैं। बीते 10 दिनों से वाराणसी में सीएनजी 8.60 रुपये और पीएनजी घरेलू सात रुपये महंगी हो गई। उपभोक्ताओं की मानें तो पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम की तरह गैसों की महंगाई से जूझना पड़ रहा है। बता दें कि एक अप्रैल के बाद से अभी तक सीएनजी और पीएनजी घरेलू के दो बार दाम बढ़ा दिए गए हैं।
दरअसल, प्रदूषण नियंत्रण और सस्ती दर के लिए सीएनजी और पीएनजी दोहरा लाभ पहुंचा रही हैं। लेकिन पेट्रोल-डीजल की तरह इन गैसों के बेलगाम होते दाम उपभोक्ताओं के लिए चिंता का कारण बनने लगे हैं। इनके दामों में कितना बढ़ोतरी होगी अभी कुछ भी कहना कठिन है। बढ़ते रहने का क्रम अगर इसकी प्रकार जारी रहा तो अगले एक महीने में सीएनजी 80 रुपये प्रतिकिलो के पार होगी। जबकि डीजल का दाम 97.63 रुपये प्रति लीटर है। वहीं पेट्रोल 6 अप्रैल के बाद