
उत्तर प्रदेश आगरा , पहली बारिश में ही जलभराव पर महापौर ने लगाई फटकार, नगरायुक्त को दिए नि0र्देश
विष्णु सिकरवार
आगरा। मानसून की पहली बारिश ने ही शहर की जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी। विकास नगर व टेढ़ी बगिया जैसे क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति देखकर गुरुवार को निरीक्षण पर निकलीं महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाहा ने नगर निगम अधिकारियों की जमकर क्लास ली। महापौर के साथ एत्मादपुर क्षेत्र के विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह और नगर निगम की पूरी टीम मौजूद रही।
महापौर हेमलता दिवाकर कुशवाह,विधायक डॊ. धर्मपाल सिंह और नगरायुक्त के साथ टेढ़ी बगिया, सौ फुटा रोड आदि का किया निरीक्षण।
निरीक्षण की शुरुआत टेढ़ी बगिया क्षेत्र से हुई, जहां निगम द्वारा डाली जा रही अंडरग्राउंड पाइपलाइन की समीक्षा करते हुए महापौर ने कहा कि सड़क के किनारे ओपन नाले भी बनाए जाएं, जिससे बारिश का पानी जल्दी निकासी पा सके। उन्होंने नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल को निर्देश दिए कि अगले कुछ दिनों में पूरी योजना तैयार कर उस पर काम शुरू किया जा रहा है।
इसके बाद काफिला विकास नगर पहुंचा, जहां सड़कों और गलियों में जलभराव देखकर महापौर ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को फटकार लगाई। स्थानीय लोगों ने बताया कि बारिश होते ही क्षेत्र में जलजमाव आम समस्या बन जाता है। इस पर महापौर ने मौके पर ही पंपिंग मशीन लगाकर तत्काल जल निकासी कराने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान महापौर और विधायक ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की टीम को भी मौके पर बुलवाया। उन्हें निर्देश दिए गए कि नगर निगम टीम के साथ समन्वय बनाकर सौ फुटा रोड से जलभराव की समस्या का समाधान करें।
महापौर हेमलता कुशवाहा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि बारिश रुकने के दो घंटे के भीतर किसी भी क्षेत्र से जल निकासी पूरी हो जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जिससे जलभराव की हर स्थिति पर निगरानी रखी जा सके। उन्होंने स्वयं भी कंट्रोल रूम का निरीक्षण करने की बात कही।
इस निरीक्षण अभियान में महापौर और विधायक के साथ-साथ नगर निगम के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। जिनमें शामिल थे, जिनमें नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल, सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम, सहायक अभियंता: पवन कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव वर्मा, जोनल सैनिटेशन ऑफिसर महेंद्र सिंह तथा निगम के अन्य फील्ड और तकनीकी अधिकारीगण मौजूद रहे।