
आवारा पशुओं का आतंक रात दिन जागकर किसान पड़ रहे बीमार , नही बच रही फसलें
मिश्रित सीतापुर / मिश्रित क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में आवारा पशुओं की संख्या में काफी वृद्धि हो गई है । इन पशुओं का आतंक इस कदर बढ़ गया है । कि किसान रात- दिन अपने खेतों की रखवाली करके बीमार पड़ रहे है । पलक झपकते ही यह आवारा पसु उनकी फसलों को चट करके साल भर की मेहनत पर पानी फेर देते है । इन आवारा पशुओं पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार सख्त है । प्रदेश शासन ने प्रत्येक न्यायपंचायत पर अस्थाई गौ आश्रय स्थल खोलकर उसमें सभी निराश्रित पसुओं को संरक्षित करने का आदेश दिया है । लेकिन प्रशासनिक अधिकारी शासन के आदेश का पालन सिर्फ आवारा पसु पकड़ते हुए फोटो डालकर ही कर रहे है । जब कि ग्रामीणों इलाकों में दर्जनों की संख्या में आवारा पसु घूम रहे है । वह पलक झपकते ही किसानों की फसलों को धूल में मिला देते है । तमांम जन सिकायतों के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी मूक दर्शक बने हुए है
*क्या कहते है क्षेत्र के किसान*
तहसील क्षेत्र के ग्राम दौलतपुर निवासी किसान व चम्बल घाटी जन संस्थान के प्रदेश सचिव रामकृपाल राठौर , ग्राम करमसेपुर निवासी मुनेन्द्र , अशोक , सरांयबीबी निवासी अनिल , बुध्दा आदि ने बताया है । कि आवारा पसुओ को संरक्षित कराने हेतु कई जिम्मेदारों से सिकायत की जा चुकी है । परन्तु प्रशासनिक अधिकारी कोई ध्यान नही दे रहे है । अगर आवारा पसुओं को संरक्षित नही किया गया तो सभी किसान भुखमरी की कंगार पर आ जाएगे ।