
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी का रिकार्ड बनाया तो विधान परिषद स्थानीय प्राधिकार क्षेत्र के चुनाव (एमएलसी चुनाव) में भी 40 वर्ष बाद उच्च सदन में पूर्ण बहुमत का इतिहास रच दिया। नेतृत्व, रणनीति और संगठन के परिश्रम का परिणाम है कि पांच वर्ष पहले विधान परिषद में भाजपा के सदस्यों की संख्या मात्र सात थी, जो कि अब 66 पर पहुंच गई है।
ऐसा 40 साल में पहली बार हुआ है जब यूपी विधान परिषद में किसी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला है। ये रिकॉर्ड भाजपा के नाम दर्ज हो गया है। इसके पहले 1982 में कांग्रेस के पास पूर्ण बहुमत था। यूपी विधान परिषद में 100 सीटें हैं। इनमें से 36 सीटों के लिए चुनाव हुए।
नौ सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों ने निर्विरोध जीत हासिल की। जिन 27 सीटों पर मतदान हुआ, उनमें से 24 पर भाजपा को जीत मिली। दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार जीते और एक सीट पर पूर्व मंत्री और विधायक रघुराज प्रताप सिंह की नवगठित पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को जीत मिली है। विधान परिषद में बहुमत का आंकड़ा 51 का है। अब भाजपा के 67 एमएलसी हो चुके हैं। यानी बहुमत के आंकड़े से भी 16 ज्यादा।