वली अल्लाह के दरबार में हाजिरी लगाने से होती है मुश्किलें आसान सूफी अंसारी मियां
नैमिष टुडे / विष्णु सिकरवार ब्यूरो प्रमुख
आगरा। दरगाह हजरत लियाकत हुसैन शाह उर्फ मुन्ना मियां रहमतुल्लाह आले का सलाना जश्ने उर्स मुबारक बड़ी ही अकीदत के साथ मनाया गया। सूफी अंसारी मियां लियाकतींन बताया कि हर साल हजरत सूफी लियाकत हुसैन शाह उर्फ मुन्ना मियां सरकार का जश्ने उर्स मुबारक बदी ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह उर्स मुबारक मैं हिंदुस्तान से मियां हुजूर के चाहने वाले तशरीफ लाते हैं और अपनी मुरादे पाते हैं। मुर्शिद नगरभेसोदी शरीफ में आपका मजार मुबारक है। जश्ने उर्स मुबारक दरगाह के सज्जादा नशीन हज़रत जावेद हुसैन शाह की सरपरस्ती माई जश्न ए उर्स मुबारक की रस्मों को अदा किया जाता है। आगरा से भी उर्स मुबारक में अपनी हाजिरी लगाने वाले सैकड़ो लोग गए थे। अपने मुरीदों को हज़रत सूफी अंसारी मियाँ ने कहा की वली अल्लाह के दरबार में हाजिरी लगाने से मुश्किलें दूर होती हैं। क्योंकि वली अल्लाह को अल्लाह ने अपना दोस्त बनाया है। अल्लाह रब्बुल इज्जत खुद कहता है कि जो मेरे वली से मोहब्बत करेगा मैं उससे मोहब्बत करूंगा जो मेरे वली के यहां अपनी हाजिरी लगाएगा मैं उसकी सारी मुश्किलें आसान कर दूंगा क्योंकि अल्लाह रब्बुल इज्जत कहता है कि वली के मुंह से निकली हुई बात मैं कभी खाली नहीं जाने देता इसलिए हम सभी को वली अल्लाह के दरबार में अपनी हाजिरी लगानी चाहिए और उसे बली अल्लाह से अपने दिल की सारी बातें करनी चाहिए। जिसको अल्लाह रब्बुल इज्जत हमारी परेशानी दूर कर सके और वली अल्लाह के जश्ने उर्स मुबारक में अपनी हाजिरी लगानी चाहिए क्योंकि जिस बली अल्लाह का उर्स मुबारक मनाया जा रहा है। उसे उर्स मुबारक में बड़े-बड़े वली अल्लाह आते हैं तो क्या पता हमारी तकदीर इन्हें वली अल्लाह के दरबार में हाजिरी लगाने से बदल जाएं क्योंकि तकदीर बदलना भी अल्लाह रब्बुल इज्जत ने अपने वली अल्लाह को दे दिया है। उर्स आगरा से रामपुर भेसूदी शरीफ जाने वालों में मुख्य रूप से सूफी रिहान सूफी इमामुद्दीन सूफी आशु सूफी इकबाल सूफी सुधीर भाचेरी भाई सूफ़ी मस्तान मकसूद मियाँ अज़ीज़ी आदी लोग शामिल रहे।