*कछौना, हरदोई।* गांव में बेहतर स्वास्थ्य के लिए ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता समिति के माध्यम से प्रतिवर्ष दस हजार की धनराशि ग्राम सभा में सरकार भेजती है। परंतु विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते धनराशि व्यय न होने से खातों में डंप पड़ी रहती है। जिसके कारण ग्राम सभाओं में संक्रामक बीमारियों में इजाफा होने पर ग्राम प्रधान गण धनराशि का रोना रोते रहते हैं। जिसका खामियाजा आमजनमानस को उठाना पड़ता है। पूरे मामले की शिकायत भाजपा मंडल अध्यक्ष नवीन पटेल ने इस धनराशि का सही ढंग से क्रियावन्यन की मांग शासन प्रशासन से की।
बताते चलें स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीण स्वच्छता एवं पोषण समितियां के माध्यम से प्रतिवर्ष ग्राम प्रधान और एएनएम के संयुक्त खातों में दस हजार रुपये की धनराशि भेजी जाती है। जिससे ग्रामों में बीमारियों से बचाव, किसी गरीब का अस्पताल पहुचानें, पोषण व स्वच्छता के छिड़काव व फागिंग आदि कार्य करा सकते हैं। लेकिन विभागीय अधिकारियों की उदासीनता व बंदर बांट के चलते आम जनमानस को लाभ नहीं मिल पाता है। विकासखंड कछौना की 41 ग्राम सभाओं में धनराशि डंप है। प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर किसलय वाजपेई ने बताया कि समितियों के खातों में धनराशि भेजी जाती है। उसके खर्च होने के बाद ही अगली धनराशि मिलती है। इसके उपयोग में होने वाली बाधाओं के विषय में जांच कर दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।