बीडीओ सकरन भी सरकार की किरकिरी कराने में पीछे नहीं।
सकरन (सीतापुर) विकास खंड की ग्राम पंचायत में विगत तीन वर्ष से खराब पडे है पंद्रह हैंडपम्प रिबोर व मरम्मत के नाम पर निकाल लिए पच्चास लाख रूपये|
विकास खंड की ग्राम पंचायत सकरन में प्रधान व सचिव ने मिलकर हैंडपम्प रिबोर व मरम्मत के नाम पर लाखों रूपये निकाल लिए मामले की शिकायत ग्रामीण द्वारा विभागीय अधिकारियों से की गयी है ग्राम पंचायत सकरन व उसके मजरा मिश्रपुर,लालूपुरवा,गयादीनपुरवा,गुलरबोझा में कुल 65 इंडिया मार्का हैंड पम्प लगे है जिनमें से 16 हैंडपम्प विगत तीन वर्षों से खराब पडे है जब कि ग्राम प्रधान द्वारा हैडपम्प रिबोर व मरम्मत के नाम पर वर्ष 2020 से वर्ष 2023 तक 50 लाख 15 हजार रूपये निकाल लिए गये इतनी अधिक धनराशि निकाले जाने के बाद भी अधिकतर हैंडपम्प खराब पडे हुए है कस्बे के मेन चौराह पर लगा इकलौता हैंडपम्प विगत तीन वर्षों से खराब है सुमरावा मार्ग के किनारे लगा हैंडपम्प प्रथमिक विद्यालय के पास,लालूपुरवा गांव के पास,कांजीहाउस के पास लगे हैंडपम्प विगत कई वर्षों से पानी नही दे रहे है एक हैंडपम्प मिस्त्री ने बताया कि एक नये नल को लगवाने में सरकार से 26 से 29 हजार रूपये आता है इस हिसाब से अगर देखा जाये तो मात्र बीस लाख में 65 नये नल लगाये जा सकते थे मगर यहां उनकी मरम्मत व रिबोर के नाम पर 50 लाख रूपये निकाल लिए गये मामले को लेकर ग्रामीण रामचन्द्र पुत्र बीरबल यादव ने मुख्य विकास अधिकारी व डीएम को शिकायती पत्र देकर मामले की जांच करवाये जाने की मांग की है |
खंड विकास अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार ने बताया मामले की जांच करवायी जायेगी जांच में दोषी पाये जाने पर विभागीय कार्यवाही की जायेगी।