
*अव्यवस्थाओं पर स्वास्थ्य कर्मियों पर जताई कड़ी नाराजगी, तत्काल व्यवस्थाएं ठीक करने का निर्देश*
*कछौना, हरदोई।* स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य लाभ के लिए सरकार ने लाखों रुपए की धनराशि खर्च की है, परंतु जमीनी स्तर पर योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं होने के कारण आम जनमानस को लाभ नहीं मिल पाता है। इन उपकेंद्र को उच्चीकृत कर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। इन सेंट्रो को खुलने का समय सुबह 8:00 बजे से 2:00 बजे तक है। यहां पर सभी लोगों के प्राथमिक उपचार का प्रथम स्वास्थ्य उपकेंद्र है। यहां पर आवश्यक दवाओं के साथ जांच टीकाकरण किए जाने का प्रावधान है। समय-समय पर आम जनमानस को जागरूकता के लिए जागरूकता गोष्ठी किये जाने का प्रावधान है। गर्भवती व प्रसूता महिलाओं व अपने व बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य उचित देखभाल के लिए जागरुक कर दवाएं टीकाकरण सुविधा का प्रावधान है। इन हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सीएचओ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की नियुक्ति की गई है, परंतु विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते इन स्वास्थ्य केन्द्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों का नियमित रूप से नहीं आना होता है। यह स्वास्थ्य कर्मी मनवाने तरीके से आते जाते हैं। कई केन्द्रों पर स्थानीय ग्रामीणों ने अवैध कब्जा कर रखा है। गोबर के उपले (कन्डे) पाथना, कूड़े के ढेर, जानवर बांधने आदि कार्य कर अतिक्रमण कर रखा है। वही इन केन्द्रों पर बुनियादी सुविधाएं आवागमन हेतु उचित रास्ता, विद्युतीकरण, वायरिंग, पंखे, पेयजल, वजन मशीन, बीपी मशीन का अभाव है। इन केंद्रों की व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के लिए अधीक्षक डॉक्टर किसलय वाजपेई ने स्वास्थ्य टीम के साथ मंगलवार को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर गाजू का औचक निरीक्षण किया। सामग्री का उचित रखरखाव न होने के कारण परिसर में गंदगी, डस्टबिन का सही न रखने, चादर गंदी होना, बाहरी महिला का रुकना, प्रांगण में अवैध कब्जा, कूड़े के ढेर आदि अव्यवस्थाओं पर स्वास्थ्य कर्मियों पर कड़ी नाराजगी जताई, तत्काल व्यवस्थाएं ठीक करने का निर्देश दिया। प्रभारी अधीक्षक डॉक्टर किसलय वाजपेई ने बताया कछौना के सभी स्वास्थ्य केंद्र हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का निरीक्षण अभियान जारी रहेगा। व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की ढिलाई बरतने वालें स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्यवाही की जाएगी।