
गांजरी बेरोजगारों को लूटने का यंत्र या चुनावी मंत्र साबित होगा मेला।
तमाम ताम झाम के बाद भी जिम्म्मेदार अधिकारियों की कुर्सियां पड़ी रहीं खाली।
सकरन सीतापुर(सुधीर सिंह कुम्भाणी): बेरोजगार युवक युवतियों को रोजगार देने के लिए ब्लॉक परिसर में आयोजित रोजगार मेले में ब्लॉक अधिकारियों कर्मचारियों की उदासीनता एक बार फिर आई सामने।तमाम तामझाम तंबू कनात के बाद भी क्षेत्र में जानकारी न होने के चलते इच्छुक बेरोजगार ससमय नहीं हो पाए उपस्थित।मेले में आई 5 कंपनियों ने करीब 276 लोगों के प्रपत्र जमा करवा आगामी साक्षात्कार के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने कार्यालयों का दे गए न्योता।अब कौन बताए कि गरीब बेरोजगार फिर हजारों लुटाकर भी यदि नहीं पाए रोजगार तो उसकी इस लूट का कौन जिम्म्मेदार?क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारी कर्मचारियों के साथ सकरन के कर्मचारीयों की उदासीनता के चलते एकबार पुनः अपने आप को ठगा महसूस करते दिखे बेरोजगार।4 बजे तक समय लिखे होने के बावजूद भी करीब 3 बजे ही खत्म हो गया मेला बाद आने वाले मारे मारे फिरते मिले इछुक अभ्यर्थी।
सूत्रों की माने तो ब्लॉक सकरन के अधिकारियों कर्मचारियों की उदासीनता व अकर्मण्यता के चलते आज एकबार फिर गांजरी बेरोजगारों को छलने व मजाक बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई।