
लखनऊ / विद्युत वितरण निगमो के कार्यालय खुले मात्र कुछ ही समय हुआ है कि अवैध रूप से बैठे सबसे बडे बडका बाबू ने शुरू कर दी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग और वो भी सभी डिस्कामो के निदेशक से ले कर अधीशाषी अभियन्ता तक की और कह रहे है कि एक मुश्त जमा योजना यानि OTS मे काम करो अरे महोदय जब आप सुबह दोपहर शाम और रात आठ आठ बजे तक विडिओ कान्फ्रेंसिंग करोगे तो अधीनस्थ काम कब करेगा आज ही देख ले अन्तिम चरण चल रहा है जमा योजना का और महोदय ने शुरू कर रखी है विडिओ कान्फ्रेंसिंग इस योजना के आधे समय तो अधिकारी कर्मचारी डाटा जमा करने मे लगा है किस समय कौन सी विडियो कॉन्फ्रेंसिंग मे उससे पूछ लिया जाए कि यह क्या है ? कैसे है … क्यो है ?
*अगर जवाब सन्तोष जनक नही मिला तो वो अधिकारी सस्पेंड उसकी जगह नवीन तैनाती*
क्या उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन के डिस्कॉमो मे काम करने वाले अधिकारियो व कर्मचारियो के परिवार नही है क्थो कि अपने ऊपर होने वाली दण्डात्मक कार्यवाही से बचने के लिए निदेशक अपने आधीन कर्मचाथियो को दिशा-निर्देश पालन करने के लिए निर्देशित करेगा उसके बाद यह ही क्रम मुख्य अभियन्ता अपनी आधीन अधीक्षण अभियन्ता अपने अधीषासी अभियन्ता को निर्देशित करेगा और अधीशाषी अभियन्ता अपने आधीन सभी को निर्देशित करेगा अभी यह क्रम पूरा भी नही होगा तभी एक नयी सूचना आ जाएगी कि इतने बजे से बडका बाबू फिर से विडिओ कान्फ्रेंसिंग करेगे यानि कि बस विडिओ कान्फ्रेंसिंग ही होती रहेगी फिल्ड मे काम करने की जिम्मेदारी मात्र अधीशषी अभियन्ता से नीचे लोगो की हो गयी है क्यो कि अधीशाषी अभियन्ताओ व इनके ऊपर के अधिकारी तो मात्र विडिओ कान्फ्रेंसिंग करते या उसकी तैयारी करते रहते है उनके पास जनता से मिलने का समय ही नही होता है इन अनुभवहीन बड़केबाबुओ की इस तरह की कार्य शैली से जनता का ही नुकसान हो रहा है क्यो कि वो किसको अपनी समस्या बताए जो सुनने वाला है वो तो डाटा जुटा रहा है अपनी नौकरी बचाने के लिए।
ऊपर से तुर्रा यह कि अब 25 की जगह 40 जोन कर दिये गये है यानि नीचे उतने ही कर्मचारी अधिकारी बस एक मुख्य अभियन्ता और बढा दिया है इन अनुभवहीन बड़केबाबुओ ने जिससे इस सिस्टम पर कितना अतिरिक्त बोझ पडेगा शायद इनको यह भी नही मालूम ।