6100 रेलवे स्टेशनों पर लगाए गए WiFi

वाई-फाई कॅवरेज वाले 6100 स्टेशनों का महत्वपूर्ण लक्ष्य आज उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के उबरनी रेलवे स्टेशन (रायबरेली जिला, उत्तर प्रदेश) पर वाई-फाई सुविधा चालू किए जाने से प्राप्त हुआ है. इसके साथ, अब हम लगभग शत-प्रतिशत लक्ष्य कवरेज (हॉल्ट स्टेशनों को छोड़कर) के करीब हैं और इसे पूरा करने में कुछ ही स्टेशन बचे हैं. इस उल्लेखनीयDigital India) पहल को क्रियान्वित करने का उत्तरदायित्व रेलवे के मिनी रत्न पीएसयू “रेलटेल” को सौंपा गया है. कोविड महामारी के कठिन समय में भी अथक और निरंतर कार्य करते हुए, रेलटेल ‘रेलवायर’ के ब्रांड नाम जो कि रेलटेल की खुदरा ब्रॉडबैंड सेवा है, के अंतर्गत अत्याधुनिक सार्वजनिक वाई-फाई उपलब्ध करा रही है.

 

ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित हैं 6100 में से 5000 रेलवे स्टेशन

 

इस परियोजना का मुख्य आकर्षण यह है कि इन 6100 रेलवे स्टेशनों में से 5000 से अधिक स्टेशन ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, जिनमें देशभर के कई दूर-दराज के स्टेशनों जैसे पूर्वोत्तर क्षेत्र के कई स्टेशनों और कश्मीर घाटी के सभी 15 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध हुई है. वाई-फाई तक पहुंच न केवल समुदायों को जोड़ती है बल्कि इनोवेशन और विकास के अवसरों की दुनिया भी उपलब्ध कराती है. भारत में शहरी और ग्रामीण भारत के बीच एक गहरा डिजिटल विभाजन है. स्टेशनों पर रेलवायर वाई-फाई असंबद्ध को जोड़ने में मदद कर रहा है क्योंकि ग्रामीण भारत में इस सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क के अंतर्गत आने वाले अधिकांश स्टेशन कम कनेक्टिविटी के क्षेत्रों में स्थित हैं.

 

फ्री वाई-फाई से कई तरह के लाभ उठा सकते हैं यात्री

 

2015 के रेल बजट में परिकल्पित, स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराने वाली परियोजना दुनिया के सबसे बड़े और सबसे तेज सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क में से एक है और इसका उद्देश्य रेलवे प्लेटफॉर्म को डिजिटल समावेशन के लिए एक प्लेटफॉर्म में परिवर्तित करना है.

 

रेलवे स्टेशन ऐसे स्थान हैं जहां समाज के हर वर्ग के लोगों का आवागमन होता है. आधुनिकीकरण की तेज गति और स्मार्ट फोन के उपयोग में कई गुना वृद्धि ने ‘डिजिटल इंडिया’ क्रांति की शुरुआत कर दी है. स्टेशनों पर आने-जाने लोग इस सुविधा का उपयोग हाई डेफिनिशन (HD) वीडियो स्ट्रीमिंग, फिल्म, गाने, गेम डाउनलोड करने और ऑनलाइन अपने कार्यालय के कार्य को करने के लिए करते हैं.

 

इंटरनेट तक सीमित पहुंच वाले दूरस्थ स्थानों के छात्र, विशेष रूप से कॉम्पिटिटिव परीक्षाओ के उम्मीदवार, अपनी परीक्षा की तैयारी के लिए स्टेशन वाई-फाई सुविधाओं का उपयोग करते हैं. यात्री इस सुविधा का उपयोग अपने निजी उपकरणों पर मनोरंजन का लाभ उठाने के लिए भी कर रहे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

नमस्कार,नैमिष टुडे न्यूज़पेपर में आपका स्वागत है,यहाँ आपको हमेसा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे 9415969423 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें