
घर में लगाए फल और फूलों के पौधे
विष्णु सिकरवार
आगरा। हरियाली हमें बचपन से ही पसंद थी मगर शादी के बाद गांव छोड़ पति के साथ शहर आना पड़ा तो भी पौधों के बीच बैठना तितलियों के साथ खेलना पकड़ना छोड़ना की जो आदत थी वह नहीं गई और फिर घर में ही बगीचा बनाने का मन बनाया और सफल भी हुई। यह कहानी है महाराणा प्रताप नगर निवासी मालती चौवे की। एक मुलाकात के दौरान बताया की बचपन का शौक पूरा करने के लिए घर में बगीचा लगाया और आज बगीचे में केला नींबू चीकू अमरूद अंजीर बैंगन मिर्च के अतिरिक्त सजावटी पौधे भी है। मालती चौवे ने बताया की प्रति दिन सुबह पौधों की देखभाल और उन पौधों के बीच बैठना दिनचर्या बन गई है इन पौधों पर जब फल और फूलों पर पक्षी कूकते है तितलियां मंडराती है तो यह देख बड़ा सुकून मिलता है।