नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला जेल में सजा काटे 24 घंटे से ज्यादा का वक्त हो चुका है। इस बीच उनके वकील एचपीएस वर्मा के अनुसार, सिद्धू ने जेल में जाने के बाद से कुछ नहीं खाया। जेल में बने खाने का एक भी निवाला उन्होंने नहीं चखा है।
जानिए इसके पीछे की वजह…
34 साल पुराने केस में एक साल जेल की सजा काट रहे नवजोत सिंह सिद्धू को पटियाला जेल में कैद हुए 24 घंटे से ज्यादा का वक्त हो गया। लेकिन अभी तक उन्होंने अपने मुंह में खाने का एक निवाला नहीं लिया। उनके वकील एचपीएस वर्मा ने कहा कि शुक्रवार की रात आत्मसमर्पण करने के बाद उन्होंने पटियाला जेल अधिकारियों द्वारा दिए गए रात का खाना खाने से इनकार कर दिया क्योंकि उन्हें गेहूं से एलर्जी है।
वकील एचपीएस वर्मा ने पटियाला कोर्ट में अपील की है कि नवजोत सिंह सिद्धू को उनकी सेहत के हिसाब से खाना मुहैया कराया जाए। हालांकि अभी तक अधिकारियों की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। वर्मा का कहना है, “मैं सुबह से अदालत में बैठा हूं, जेल अधिकारियों के आने का इंतजार कर रहा हूं। लेकिन अभी तक कोई नहीं आया है।”
सिद्धू जेल में क्यों हैं?
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 के रोड रेज मामले में गुरुवार को एक साल जेल की सजा सुनाई।
सुप्रीम कोर्ट ने इससे पहले 34 साल पुराने रोड रेज मामले में मई 2018 के अपने आदेश की समीक्षा की अनुमति दी थी, जिसमें पटियाला निवासी गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी।
1988 में क्या हुआ?
दिसंबर 1988 में पटियाला निवासी गुरनाम सिंह नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जब सिद्धू और उसके एक दोस्त ने रोड रेज की घटना में कथित तौर पर उसके साथ मारपीट की थी।
जानकारी के मुताबिक, 27 दिसंबर, 1988 को सिद्धू और रूपिंदर सिंह संधू ने कथित तौर पर पटियाला में शेरनवाला गेट क्रॉसिंग के पास सड़क के बीचों-बीच अपनी जिप्सी खड़ी की थी। जब 65 वर्षीय गुरनाम सिंह एक कार में मौके पर पहुंचे तो उन्होंने उन्हें एक तरफ हटने के लिए कहा।
इसके बाद सिद्धू ने सिंह की पिटाई कर दी। उन्होंने कथित तौर पर भागने से पहले सिंह की कार की चाबियां भी गायब कर दीं थी ताकि उन्हें चिकित्सा सहायता न मिल सके।