
विष्णु सिकरवार
आगरा। आजकल निजी स्कूलों की मनमानी व अवैध वसूली को लेकर चारों ओर अभिभावक आहत दिखाई दे रहें है। लेकिन स्कूल संचालकों पर इसका कोई
असर नहीं है और न ही उन्हें शासन और प्रशासन का डर है। अभिवावकों को परेशान होते देख, किसान मजदूर नेताओं का प्रतिनिधिमण्डल ने उपजिलाधिकारी से मुलाकात की और बताया कि क्षेत्र में निजी स्कूलों की फीस व प्रवेश शुल्क के नाम पर अवैध वसूली, बार-बार ड्रेस, जूते, बेल्ट, बैग बदले जाने,नामित दुकान से ही कॉपी किताब खरीदने, क्षमता से अधिक विधार्थी व अयोग्य अध्यापक रखते हैं। जिससे छात्र छात्राओं की उच्च गुणवक्ता की शिक्षा नहीं मिल रही है और अभिभावकों से अवैध आर्थिक वसुली की जा रही है। किसान मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह ने कहा है कि पुलिस प्रशासन की अनदेखी से स्कूल, कॉलेज व शिक्षण संस्थानों के 100 मीटर की दूरी के अंतर्गत पान, गुटखा, बीड़ी, तंबाकू बेचना मना है जबकि ये सब कार्य वही कारित हो रहे हैं। इन सभी का पढ़ने वाले विधार्थियो पर दुष्प्रभाव पड़ता है। ज्ञापन सौंपने वालों में दातागम लोधी, गंगागम माहौर, भूपेंद्र इंदौलिया, गजेंद्र इंदौलिया, किशन शर्मा, जीतेंद्र कुशवाह, गंभीर बघेल, हरज्ञान सिंह सोलंकी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।