परिजनों ने लगाया आरोप गांव के ही 3 लोगों ने करवाए संपत्ति के वारे न्यारे
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
ब्लाक कसमंडा के ग्राम पंचायत खुर्दा मथुरापुर के रहने वाले शिवराम उम्र करीब 85 वर्ष उनकी पत्नी शिवरानी व उनके 3 लड़कों राजाराम पुत्र शिवराम अमरेंद्र पुत्र शिवराम धर्मेंद्र पुत्र शिवराम का दावा है कि उनके गांव के ही बृजलाल पुत्र काशीराम सुरेंद्र पुत्र सोहन राजू पुत्र रामपाल ने मेरे पिताजी को बहला-फुसलाकर कुछ जमीन की बिक्री करवा दी है और जो शेष जमीन है वह एक लड़के को देना चाहते हैं उसका नाम रामसेवक पुत्र शिवराम है पीड़ित शिवरानी रामसेवक अमरेंद्र धर्मेंद्र ने थाना कमलापुर मे तहरीर देकर कार्यवाही किए जाने की मांग की थी लेकिन परिवारिक मामला होने के कारण कार्यवाही नहीं हो सकी इस मामले में जब उप जिलाधिकारी सिधौली को समाधान दिवस पर तहरीर दी तो उस पर भी अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई आखिरकार पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक सीतापुर को भी लिखित में तहरीर दी उस पर भी कोई कार्यवाही अभी तक नहीं हुई है उसके बाद जिलाधिकारी सीतापुर को भी लिखित में तहरीर दी गई उस पर भी मामले को गोल मटोल किया गया मुख्यमंत्री कार्यालय लखनऊ को भी पोस्ट के द्वारा तहरीर भेजी गई है और कार्यवाही किए जाने की मांग की है सवाल यह उठता है कि जब जमीन शिवराम की है जिनके 4 लड़के हैं तो फिर एक लड़के को ही जमीन बेचकर पैसा दिया जाता है क्या इसके पीछे जैसा कि शिवराम की पत्नी शिवरानी ने बताया कि हमारे पति का मानसिक संतुलन ठीक नहीं रहता है जिस कारण उनको गांव के ही तीन लोगों ने बहला-फुसलाकर जमीन बिक्री करवाने का काम किया श्री राम की पत्नी ने बताया कि अगर इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं होती है और मेरे 3 लड़के और हैं उन सबको जमीन जो बिक्री हुई है उसका पैसा और जो जमीन शेष है उसमें अगर हिस्सा नहीं मिलता है तो हम आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएंगे वहीं पर राजाराम का कहना है कि मेरी बेटी शादी करने लायक हो गई है मेरे पास ना तो शादी करने के लिए पैसा और ना ही अभी जमीन है तो मैं अपने परिवार का भरण पोषण कैसे कर पाऊंगा और अपनी बेटी की शादी कैसे कर पाऊंगा वहीं पर अमरेंद्र का कहना है की कुछ साल पहले पिताजी के द्वारा 100000 ₹25000 कर्जा लिया गया था और उस कर्जा चुकाने के लिए पिताजी ने गांव के संभ्रांत व्यक्तियों को बुलाया था और सबके सामने यह बोला था कि आप 3 लोग इस कर्जे की अदायगी करोगे अब एक मजदूर आदमी जिसको रोटी चलाना दूबर पढ़ रहा हो वह कर्जा कैसे अदा कर पाएगा फिर भी अमरेंद्र धर्मेंद्र व राजाराम ने मिलकर ₹50000 अदा कर दिया था शेष जो कर्जा और ब्याज रह गया था वह भी अदा करने को कह रहा था इसी बीच गांव के बृजलाल सुरेंद्र राजू इन तीन लोगों ने मेरे पिताजी को बहला-फुसलाकर खेत की बिक्री करवा दिया अब क्या गांव के 3 लोगों पर शासन प्रशासन कोई कार्यवाही करेगा पीड़ित को न्याय दिला पाएगा या इस मामले को ऐसे ही दबा दिया जाएगा