
उत्तर प्रदेश आगरा , छठवें दिन श्रीरामकथा में सीता हरण का मार्मिक प्रसंग, स्वामी सत्यमित्रानंद जी ने दिया समाज सुधार का संदेश
विष्णु सिकरवार
आगरा। खेरागढ़ के नगला कमाल गांव में चल रही श्रीरामकथा के छठवें दिन श्रद्धालुओं को सीता हरण का प्रसंग सुनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। कथा के दौरान क्रांतिकारी संत, राष्ट्रीय प्रवक्ता स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज ने कहा कि श्रीरामकथा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि समाज में रामराज्य की स्थापना का अद्भुत माध्यम है।
स्वामी सत्यमित्रानंद जी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा,श्रीरामकथा हमें जीवन में आदर्शों का पालन करने की प्रेरणा देती है। जब मनुष्य अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठा और ईमानदारी से करता है, तब समाज में सच्चा विकास और खुशहाली आती है। सीता हरण का प्रसंग हमें यह भी सिखाता है कि जब समाज में अधर्म बढ़ता है, तब धर्म की रक्षा के लिए हर व्यक्ति को सजग और जागरूक होना चाहिए। भगवान श्रीराम ने हर परिस्थिति में धर्म का पालन कर हमें मर्यादा पुरुषोत्तम होने का आदर्श दिया।
उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की कि कथा से मिले संदेश को केवल श्रवण तक सीमित न रखें, बल्कि इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा, “आज के युग में श्रीरामकथा जैसे आयोजनों से समाज में प्रेम, करुणा और सेवा की भावना जागृत होती है। हमें इसे केवल धार्मिक आयोजन न मानकर, इसके संदेश को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
समस्त सिकरवार परिवार द्वारा आयोजित इस आयोजन में श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से कथा का श्रवण किया। स्वामी जी ने बताया कि यह आयोजन गांव में पहली बार इतनी भव्यता के साथ संपन्न हो रहा है।
कथा के दौरान श्रद्धालुओं ने स्वामी जी के उपदेशों को गहरी श्रद्धा से सुना और अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया।