विष्णु सिकरवार
आगरा। कस्बा किरावली के दवा व्यापारी जमील कुरैशी पर बीते दिनों प्राणघातक हमला हुआ था। हाइवे पर आगरा जाने के दौरान आरोपित सहायक अध्यापक अब्दुल रज्जाक ने कट्टे से फायर ठोंके थे। हमले के बाद जमील कुरैशी की तहरीर पर नामजद अब्दुल रज्जाक अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर है। बताया जाता है कि जमील कुरैशी पुत्र बहाबुद्दीन कुरैशी निवासी किरावली ने अब्दुल रज्जाक और उसके भाइयों के द्वारा सरकारी नौकरियों में किए गए फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए शिकायत कर उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी। जहां अब्दुल रज्जाक के खिलाफ विगत में दी गई शिकायत के मुताबिक उसके द्वारा जन्मतिथियो में हेरफेर कर नौकरी हासिल करने के प्रकरण में शिकायत के बाद जांच अधिकारी ने फर्जीवाड़े की पुष्टि की थी। विभाग द्वारा अब्दुल रज्जाक को निलंबित भी किया गया था। अब्दुल रज्जाक के अन्य भाइयों का फर्जीवाड़ा भी कम गंभीर नहीं है। सरकारी नौकरियों में भर्ती होने के लिए आधार कार्ड से लेकर अन्य अभिलेखों में इनके द्वारा नाम से लेकर जन्मतिथि तक परिवर्तित करवा ली गई। जिसके बाद छोटा भाई, बड़े भाई से भी बड़ा हो गया।
जमील कुरैशी की प्रबल पैरवी के बाद रास्ते से हटाने के लिए बोला षणयंत्र
जमील कुरैशी ने बताया कि अब्दुल रज्जाक और उसके अन्य भाइयों के खिलाफ उसके द्वारा लगातार प्रबल पैरवी की जा रही थी। शिकायतों को वापिस लेने के लिए उस पर दवाब बनाया जा रहा था। जिस दिन उस पर हमला हुआ था, अब्दुल रज्जाक ने उसको रोककर जान से मारने की धमकी देते हुए शिकायतें वापिस नहीं लेने पर नेस्तनाबूद करने की चेतावनी दी गई थी। जमील कुरैशी द्वारा इंकार करने पर हमला बोल दिया गया। ज्ञानेंद्र सिंह थाना प्रभारी किरावली ने बताया कि जमील कुरैशी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है जांच की जा रही है,जल्द ही अग्रिम कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।