मिश्रित सीतापुर / तहसील मिश्रित के दोनों अधिवक्ता संगठनों ने उपजिलाधिकारी व नायब तहसीलदार औरंगाबाद की कार्य शैली से नाराज होकर उनके न्यायालयों का अनिश्चित कालीन बहिष्कार करने का निर्णय लिया है । तहसील मिश्रित की द बार एसोसिएशन मिश्रित व मिश्रित बार एसोसिएशन मिश्रित के सभी अधिवक्ताओं ने वरिष्ठ अधिवक्ता एवं ऐल्डर कमेटी के अध्यक्ष श्याम मनोहर मिश्र की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया । जिसमें सभी अधिवक्ताओं ने अध्यक्ष के समक्ष अपनी समस्याओं को रखते हुए कहा कि एसडीएम न्यायालय में बिचाराधीन बिधि के अंतर्गत इंतजार सम्मन पत्रावली होने के बावजूद बिना प्रतिवादी जवाब दावा का अवसर दिए व वाद पत्रों में बाद बिंदुओं को निर्मित और साबित करने हेतु साक्ष्य का अवसर बिना प्रदान किए बंटवारा वादों को नैसर्गिक न्याय के विरुद्ध आदेश किया जा रहा है । घोषणात्मक वाद जो लाग एंट्री में किए गए हैं । उनको धारा 38 के अंतर्गत संशोधन करने व आदेश देते हुए निरस्त किया जा रहा हैं । सरसरी प्रक्रिया के अंतर्गत जो संभव नहीं है । पत्रावली में आदेश की तिथि नियत किए बिना ही एक-एक माह तक आदेश में लंबित रहती हैं । जो विधि नियमों के विरुद्ध हैं । बैठक अधिवक्ताओं ने नायब तहसीलदार औरंगाबाद न्यायालय के विरुद्ध भी नाराजगी जाहिर की उन्होंने कहा नायब तहसीलदार औरंगाबाद द्वारा विधि प्रक्रिया का बिना अनुसरण किए नामांतरण वादों को विधि के अंतर्गत दी गई समयवाधि 45 दिन अबिवादित का निस्तारण न करके वादकारियों से मिलने का इंतजार किया जाता है । पत्रावलियों में नियत तिथि पर आदेश पारित न करके लंबित किया जा रहा है । सभी अधिवक्ताओं इन प्रस्तावों एक स्वर में समर्थन करके उपजिलाधिकारी न्यायालय व नायब तहसीलदार न्यायालय औरंगाबाद का अनिश्चितकालीन बहिष्कार करने का निर्णय लिया है । इस मौके पर अधिवक्ता रामकिशोर कटियार , विनीत तिवारी , मोहम्मद अकरम खां , राजेंद्र अवस्थी , पंकज श्रीवास्तव , बृजलाल चौधरी , दुर्योधन सिंह यादव सहित दोनों संगठनों के सभी अधिवक्ता मौजूद रहे ।