डीपीआरओ सीतापुर ने जांच के लिए कहा।
सकरन/ सीतापुर।
विकास खण्ड सकरन की ग्यारह ग्राम पंचायतों में कुंडली मारे बैठे
सचिव उमाकांत की कार्यशैली से भ्रस्टाचार की भेंट चढ़ रही पंचायतें अब जल्द ही एक बार फिर सुर्खियों में जांच के दौरान देखने को मिल सकती है सचिव उमाकांत की ग्रामपंचायत मोहारी सहित अन्य ग्रामपंचायतों पर भी डीपीआरओ मनोज कुमार की नजर बनी हुई है अब किसी वक़्त सचिव पर शिकंजा कस सकता है खबरों के प्रकाशन के बाद संज्ञान लेते हुए मनोज कुमार डीपीआरओ सीतापुर ने जांच की बात कही है।सचिव उमाकांत की ग्राम पंचायतों में जिस हिसाब से धनउगाही ,भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। वो बेहद चौकाने वाले है चाहे वो हैण्ड पम्प रिबोर ,नाली निर्माण,खड़ंजा निर्माण या फिर बाउंड्री वॉल हो अब सचिव उमाकांत के लिए गले की फास बनता नजर आ रहा है।मनोज कुमार डीपीआरओ सीतापुर से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने जांच कराने की बात की सचिव उमाकांत की पंचायतो में वित्त को लेकर भ्रस्टाचार चरम पर बताया जा रहा है । भ्रस्टाचार मामले में ही सचिव उमाकांत की पहले भी खबरें प्रकाशित हो चुकी है। इन सभी तथ्यों को देखते हुए कही न कही जांच सचिव के लिए भारी पड़ सकती है। अब ग्राम पंचायतों में जांच के दरमियान क्या कुछ सामने निकल कर आता है यह समय तय करेगा और क्या कुछ कार्यवाही सचिव साजिद पर सुनिश्चित की जाती है ये भी वक़्त ही बताएगा
बॉक्स
जांच हुई तो गिरेगी बड़ी कार्यवाही की गाज।
यदि सचिव उमाकांत की ग्राम पंचायतों की समुचित रूप से जांच होती है तो जांच के दौरान कुछ ऐसा सामने आ सकता कि सचिव उमाकांत को बड़ी कार्यवाही की गाज झेलनी पड़ सकती।
क्राशर
मामला संज्ञान में आ गया है मैं उक्त ग्राम पंचायतों की जांच कराऊंगा दोषी पाए जाने पर कठोरतम कार्यवाही भी करूंगा।
मनोज कुमार डीपीआरओ सीतापुर।