
सीतापुर /कार्यक्रम में चौरासी कोसीय परिक्रमा समिति के सचिव व बनगढ आश्रम के पूज्य महंत संतोष दास खाकी जी ने कहा कि सभी को अपनी परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए परंपराओं के पालन करने से धर्म का उत्थान होता है धर्म में राजनीति नहीं होनी चाहिए लेकिन राजनीति मैं धर्म होना आवश्यक है समाज के उत्थान हेतु इस तरीके के कार्यक्रम आयोजित होने चाहिए तुलसी आध्यात्मिक उन्नति के साथ भौतिक उन्नति में प्रदान करती है तुलसी के सेवन से कई प्रकार के रोगों का समन होता है यह मानसिक अवसाद दूर करने में प्रभावी होती है सभी को अपने घरों में तुलसी लगानी चाहिए तथा उसकी पूजा करनी चाहिए विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से आज समाज में जो कार्यक्रम किए जाते हैं वह प्रशंसनीय है राष्ट्र निर्माण इस संगठन का योगदान बेहद प्रभावी है
कार्यक्रम में जी ने तुलसी को मां के समान हितकारी पोषक बताया जिस प्रकार मां अपने पुत्र का पालन करती है उसी प्रकार तुलसी संपूर्ण समाज को ऑक्सीजन जैसा जीवनदाई तत्व प्रदान कर हमें कृतार्थ करती है
सभी भारतवासियों को तुलसी कार्यक्रम का संचालन करते हुये अवध प्रान्त के प्रान्त धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख तथा चौरासी कोसीय परिक्रमा के प्रस्तावक बजरंगी विमल मिश्र ने कहा कि तुलसी पूजन सभी को अवश्य करना चाहिए तथा इसके महत्व को समझते हुए अपने घरों में तुलसी को मां के समान प्रतिस्थापित करें,क्योकि कि तुलसी एक अद्भुत औषधि है
कार्यक्रम की अध्यक्षता चौरासी कोसीय परिक्रमा समिति के अध्यक्ष तथा पहला आश्रम नैमिषारण्य के मंहत नारायण दास डंका वाले बाबा ने की, कार्यक्रम में सनातनी संत बाबा आत्मप्रकास जी का आशीर्वाद समस्त वेदबटुको को प्राप्त हुआ,कार्यक्रम के आयोजक श्री दीपक अवस्थी जी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया, इस दौरान संस्कृत भारती के प्रचारक साकेत नायक,श्रीरामजी अवस्थी, श्री महेंद्र पांडे प्रान्तसह संयोजक बजरंग दल ने भी संबोधित कर तुलसी माता की महिमा का बखान किया, इस दौरान गुरूकुल के सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।