
सहारनपुर /उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री लगातार मीडिया कर्मियों से समन्वय स्थापित करने और गलत व्यवहार करने बालों के विरुद्ध कार्रवाई की बात कर रहे हैं – लेकिन सरकारी कर्मचारी है कि मानने को तैयार नहीं है – ऐसा ही एक मामला देवबंद के सीएचसी में तैनात फार्मासिस्ट द्वारा महिला पत्रकार के साथ अभद्रता भाषा का प्रयोग करते हुये सारी सीमाये लाघ गये और महिला से खुलेआम खरी खोटी सुनाई – घटना कर्म के अनुसार महिला पत्रकार अपनी माता जी को उपचार के लिए देवबन्द के सरकारी चिकित्सालय पहुंची थी – जब वह दवाई लेने के लिए दवाई काउंटर पर पहुंची तो वहा लंबी लाइन लगी हुई थी और यहाँ एक फार्मासिस्ट कुछ लोगों को पीछे के रास्ते दवाई दे रहा था और उसके बदले पैसे लिए जा रहे थे – महिला पत्रकार साक्षी सैनी ने भी अपना पर्चा फार्मासिस्ट को थमाते हुये अपना अपना परिचय एक पत्रकार के रूप में दिया- जिस पर फार्मासिस्ट भड़क गया और
महिला पत्रकार को बुरा भला कहते हुये नियम का पाठ पढ़ाया और जब पत्रकार ने अपना कैमरा ऑन किया तो फार्मासिस्ट के सुर बदल गए – महिला पत्रकार के सात बदसलू lऔर पैसे लेकर दवाइयां उपलब्ध कराने वाले फार्मासिस्ट के विरुद्ध पत्रकारों ने कार्यवाही की सीएमओ से मांग की है -वहीं घटना की निंदा करते हुये ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने आंदोलन की भी चेतावनी दी है