आखिर पत्रकारों के आगे अध्यापक ने मानी अपनी गलती
आखिर पत्रकारों के आगे अध्यापक ने मानी अपनी गलती
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
बताते चले कि दिनाक 02/09/2023 को पत्रकार पंकज को सूत्रों से सूचना मिली कि उच्च प्राथमिक विद्यालय लक्षिमनपुर (कंपोजिट) में अध्यापकों द्वारा बच्चों को छत पर चढ़ा कर उनसे सफाई करवाई जा रही है सूचना पर पहुंच कर देखा कि बच्चें छत पर साफ सफ़ाई कर रहे थे और अध्यापक छाया में बैठे मस्ती कर रहे थे जिसको पत्रकार ने अपने कैमरे में कैद कर लिया जिसको लेकर प्रधानाध्यापक जैनुल अबादीन अंसारी ने पत्रकार से जबरजस्ती उसका मोबाइल छीन लिया था और फर्जी पुलिस केश में फसाने की धमकी देते हुए अपशब्दो का प्रयोग भी किया था।
जब इसकी सूचना खंड शिक्षा अधिकारी को दी गई तो अध्यापक के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के लिए नोटिस भी भेजी गई इसकी जानकारी खुद खंड शिक्षा अधिकारी ने दी पूरे मामले को लेकर पीड़ित पत्रकार ने थाना सदरपुर को लिखित प्रार्थना पत्र देकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सीतापुर को व्हाट्सएप के माध्यम से प्रार्थना पत्र देकर उचित कारवाई करने की मांग की थी।इसके बाद थाना सदरपुर थानाध्यक्ष ने दोनो पक्षों को बुलाकर आपस में सुलह समझौता की बात की तो दोनो पक्षों में यह समझौता हुआ की यदि अध्यापक आबादीन अंसारी सार्वजनिक रूप मे अपनी गलती स्वीकार कर ले और पत्रकारों से माफी मांग ली मामले को यही रफा दफा कर दिया जाएगा।
आज दिनांक 05/सितम्बर/2023 को अध्यापक आबादिन अंसारी ने सार्वजनिक रूप मे ग्राम प्रधान व अन्य लोगो की उपस्थिति में अपनी गलती स्वीकार की।
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
बताते चले कि दिनाक 02/09/2023 को पत्रकार पंकज को सूत्रों से सूचना मिली कि उच्च प्राथमिक विद्यालय लक्षिमनपुर (कंपोजिट) में अध्यापकों द्वारा बच्चों को छत पर चढ़ा कर उनसे सफाई करवाई जा रही है सूचना पर पहुंच कर देखा कि बच्चें छत पर साफ सफ़ाई कर रहे थे और अध्यापक छाया में बैठे मस्ती कर रहे थे जिसको पत्रकार ने अपने कैमरे में कैद कर लिया जिसको लेकर प्रधानाध्यापक जैनुल अबादीन अंसारी ने पत्रकार से जबरजस्ती उसका मोबाइल छीन लिया था और फर्जी पुलिस केश में फसाने की धमकी देते हुए अपशब्दो का प्रयोग भी किया था।
जब इसकी सूचना खंड शिक्षा अधिकारी को दी गई तो अध्यापक के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के लिए नोटिस भी भेजी गई इसकी जानकारी खुद खंड शिक्षा अधिकारी ने दी पूरे मामले को लेकर पीड़ित पत्रकार ने थाना सदरपुर को लिखित प्रार्थना पत्र देकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सीतापुर को व्हाट्सएप के माध्यम से प्रार्थना पत्र देकर उचित कारवाई करने की मांग की थी।इसके बाद थाना सदरपुर थानाध्यक्ष ने दोनो पक्षों को बुलाकर आपस में सुलह समझौता की बात की तो दोनो पक्षों में यह समझौता हुआ की यदि अध्यापक आबादीन अंसारी सार्वजनिक रूप मे अपनी गलती स्वीकार कर ले और पत्रकारों से माफी मांग ली मामले को यही रफा दफा कर दिया जाएगा।
आज दिनांक 05/सितम्बर/2023 को अध्यापक आबादिन अंसारी ने सार्वजनिक रूप मे ग्राम प्रधान व अन्य लोगो की उपस्थिति में अपनी गलती स्वीकार की।