कैप्टन मनोज कुमार पांडे गेट से लेकर रूढा गांव जाने वाला जर्जर मार्ग जगह-जगह गड्ढे और गड्ढों में जलभराव
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
सीतापुर कमलापुर के नेशनल हाईवे कैप्टन मनोज कुमार पांडे गेट से लेकर के रूढा गांव जाने वाले मार्ग मे जगह-जगह गड्ढे और जगह-जगह जलभराव जिला स्तर व प्रदेश स्तर के बड़े-बड़े अधिकारी व नेता इस गांव में आया जाया करते हैं लेकिन किसी का भी ध्यान कभी भी इस तरफ नहीं गया क्षेत्रीय लोगों की माने तो कैप्टन मनोज कुमार पांडे का यह पैतृक गांव है कैप्टन मनोज कुमार पांडे गेट से जो रास्ता गुजरता है वह सैकड़ों गांव को जोड़ता है सैकड़ों ग्रामीणों का इसी रास्ते से रोज का आना जाना रहता है इसके बाद भी जर्जर पड़ी है सड़क इस समय बरसात के मौसम में मार्ग में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बारिश होने से तालाब में तब्दील दिख रहे हैं जबकि अभी कुछ ही महीने पहले सड़क का निर्माण हुआ था लेकिन समस्या यह है कि जब घटिया सामग्री का उपयोग किया जाएगा तो समस्या ज्यों की त्यों हमेशा ही बनी रहेगी खैर यह कोई नई बात भी नहीं है क्योंकि कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा की तरफ निरंतर अग्रसर है सैकड़ों की संख्या में नौनिहाल बच्चे अपनी साइकिल से व पैदल इसी रास्ते से होकर के स्कूल जाते हैं कहीं ना कहीं उन्हें भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है व क्षेत्रीय लोगों को छोटे बड़े कामों रोजमर्रा की खर्ची के लिए मजदूरी के लिए इसी रास्ते से होकर के अपने गंतव्य के लिए जाना पड़ता है वहीं पर भारतीय जनता पार्टी के क्षेत्रीय व प्रदेश स्तर के नेता नव वर्ष पूरे होने का बखान करते हुए गांव गांव गली गली में ढिंढोरा पीटते नजर आ रहे हैं जबकि कैप्टन मनोज कुमार पांडे के स्मारक जाने वाला रास्ता अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है क्षेत्रीय लोग सड़क निर्माण की गुहार लगातार लगा लगाकर थक चुके है जिस पर अब जिलाधिकारी ने भी इस गांव का कई बार भ्रमण किया लेकिन शायद यह कुछ भी मार्ग को लेकर के जिलाधिकारी को भी नहीं दिखा व नेताओं ने खुद बदहाल सड़क की परिक्रमा कर जनता की सहानुभूति बटोरने का नायाब नुस्खा निकाला है जिसे जनता आगामी 2024 के लोकसभा चुनाव के रूप में देख रही है मौजूद क्षेत्रीय लोगों में से अमित पांडे श्रीकांत शुक्ला श्रवण कुमार शुक्ला सुरेश शुक्ला विष्णु कुमार मिश्रा लक्ष्मी कांत शुक्ला इंद्र मोहन मिश्र पिंटू सुशील शुक्ला शालू शुक्ला बबलू शुक्ला शशांक पांडे अश्वनी भार्गव खलील खान जगमोहन लाल बड़कन्ना भार्गव आदि सैकड़ों लोगों ने मार्ग को लेकर के आक्रोश जताया अब देखना यह है इस मामले को जिले स्तर के नेता व अधिकारी कर्मचारी संज्ञान में लेते हैं या लोगों को ऐसे ही दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि मामला कैप्टन मनोज कुमार पांडे के पैतृक गांव का है यह एक सोचनीय विषय है