ग्राम पंचायत ततरोई में लाखों की धनराशि आहरित होने के बावजूद भी मौके पर नही हुए विकास कार्य ।
मिश्रित सीतापुर / विकासखण्ड मिश्रित में प्रदेश एवं केन्द्र सरकार की मनरेगा योजना पूरी तरह से फ्लाप चल रही है । शासन के अनेक वित्तो से आवंटित सरकारी धनराशि से विकास योजनाओं का संचालन सुचारु रूप से नहीं हो पा रहा है । ग्राम पंचायतों में तैनात पंचायत सचिव व प्रधान अपनी मनमानियों के चलते विकास योजनाओं को कमांई का जरिया बनाने में लगे हुए हैं । यहीं कारण है । कि सरकार व्दारा ग्रामीण विकास की संचालित तमांम योजनाये भ्रष्टाचार के गर्त में समांकर ग्राम पंचायतों को मुंह चिढ़ा रही है । ग्राम पंचायत ततरोई में तैनात पंचायत सचिव प्रदीप व महिला ग्राम प्रधान सविता देवी मनरेगा के अंतर्गत कराए जाने वाले विकास कार्यों को सरकारी अभिलेखों में ही दर्शाकर धन का आपस में बंदर बांट कर लिया है । ग्राम पंचायत में मेन रोड से विजय किशोर के मकान तक इंटर लाकिंग सड़क , मेन रोड से काशी के मकान तक इंटर लिकिंग सड़क , दिनेश के खेत के पास बंधा निर्माण कार्य , राकेश के खेत का समतलीकरण आदि कार्यों को सरकारी अभिलेखों में पूर्ण दिखाकर लाखों रुपयों की सरकारी धनराशि आहरित की जा चुकी है । परन्तु मौके पर अभी तक किसी भी कार्य की शुरुवात तक नही की गई है । इतना ही नही सतीष के खेत के पास 3.45 लाख रुपए की सरकारी धनराशि से बंधा निर्माण दर्शाया गया है । सरवन के खेत के पास 3.59 लाख रुपए से बंधा निर्माण कार्य दर्शाया गया है । परन्तु अभी तक मौके पर कोई कार्य नही कराए गए है । जब कि सम्पूर्ण धनराशि आहरित हो चुकी है । इस तरह से मनरेगा से कराए जाने वाले विकास कार्यों में 1045304 लाख रुपए की सरकारी धनराशि अभिलेखों में दर्शाकर पंचायत सचिव और प्रधान व्दारा शासकीय धन का जमकर बंदर बांट किया गया है । जब कि मौके पर कोई विकास कार्य मौजूद नही है । सूत्रों की माने तो प्रधान पति अपने को क्षेत्रीय सांसद का रिस्तेदार बताकर ब्लाक और जांच अधिकारियों पर दबाव बनाते रहते है । जिलाधिकारी अगर इस ग्राम पंचायत का स्थलीय निरीक्षण करा ले । तो ग्राम पंचायत में कराए गए सभी विकास कार्यों की सारी कलई खुद व खुद खुलकर सामने आ जाएगी ।