लंबी छुट्टी के बाद स्कूलों में नहीं मिले शिक्षक
बच्चों के भविष्य के साथ हो रही खिलवाड़
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
सीतापुर जनपद के विकासखंड हरगांव के अंतर्गत ग्राम पंचायत बरियाडीह प्राथमिक विद्यालय में प्रातः 10:40 पर प्राथमिक विद्यालय हमारे संवाददाता ने शिक्षण व्यवस्था के बारे में जानने के लिए विद्यालय पहुंचे वहां पर उपस्थित प्रधानाध्यापक रीता कटियार से जब शैक्षणिक व्यवस्था और उपस्थित शिक्षकों के बारे में जानकारी लेने की कोशिश की तो उन्होंने बताया कि हम अपने विभाग के अलावा किसी को जानकारी स्पष्ट नहीं करा सकते विद्यालय में अध्यापकों की संख्या कुल चार है उपस्थित दो पाए गए जानकारी देने से प्रधानाध्यापिका ने मना कर दिया जबकि उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षण व्यवस्था पर अरबों रुपए खर्च कर रही है सब पढ़े और सब बढ़े पर शिक्षक शिक्षिका पानी फेरने का काम कर रहे हैं 26 दिन की लंबी छुट्टी के बाद भी अध्यापक अध्यापिका विद्यालय में अनुपस्थित पाए जाते हैं क्या इसी तरह से बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा नवागत बेसिक शिक्षा अधिकारी के लिए चुनौतीपूर्ण विषय होगा सुधार हो पाएगा या ऐसे ही चलता रहेगा क्योंकि बच्चों के उज्जवल भविष्य की बागडोर जिन शिक्षक शिक्षिकाओं पर है वह इस तरह से काम कर रहे हैं तो सोच लो कि इस तरह से क्या बच्चों का भविष्य उज्जवल हो पाएगा क्योंकि कहीं ना कहीं बच्चों के माता-पिता को यह उम्मीद रहती है कि मेरा बच्चा पढ़ लिख कर कुछ बनेगा पर ऐसा होता नहीं है क्योंकि बच्चों का भविष्य जिनके हाथों पर है वह खुद अपने बच्चों का भविष्य सुधारते सुधारते बाकी बच्चों का भविष्य कहीं ना कहीं खराब करते नजर आ रहे हैं अब देखना यह है किस मामले में जनपद के आला अधिकारी कुछ ध्यान देते हैं या सब ऐसे ही चलता रहेगा यह एक सोचनीय विषय है