हैदराबाद सेंट्रल क्राइम स्टेशन (सीसीएस) पुलिस (Hyderabad Police) ने सर्वपल्ली राधाकृष्णन यूनिवर्सिटी के चांसलर और रिटायर चांसलर को गिरफ्तार कर लिया है. फर्जी शिक्षा प्रमाण पत्र घोटाले के सिलसिले में ये कार्रवाई की गई है.
इससे पहले फरवरी महीने में मलकपेट थाना, आसिफ नगर थाना, मुशीराबाद थाना और चादरघाट थाना में फर्जी प्रमाण पत्र रैकेट के संबंध में चार मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने कहा कि सभी मामलों को बेहतर निगरानी और जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंप दिया गया है. एसआईटी के सहायक पुलिस आयुक्त ए आर श्रीनिवास के अनुसार, एसआरके विश्वविद्यालय ने छात्रों को कुल 101 शैक्षिक प्रमाण पत्र जारी किए. इनमें से छात्रों के पास से 44 प्रमाण पत्र जब्त किए गए.
इन 44 प्रमाणपत्रों में से 13 बी’टेक और बीई पाठ्यक्रमों के हैं और शेष 31 विभिन्न डिग्री प्रमाणपत्र जैसे एमबीए, बीएससी, आदि हैं. प्रभारी चांसलर डॉ सुनील कपूर ने अग्रिम जमानत प्राप्त की और एसआरके विश्वविद्यालय के केतन सिंह नामक एक सहायक प्रोफेसर और हैदराबाद शहर के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के सात अन्य एजेंटों को भी गिरफ्तार किया गया. कुल 19 छात्रों को गिरफ्तार किया गया और छह छात्रों के माता-पिता को अग्रिम जमानत मिल गई. अन्य छह छात्रों के अभिभावकों को सीआरपीसी की धारा 41ए के तहत नोटिस मिला है.
श्रीनिवास ने बताया मंगलवार को, एक टीम ने एसआरके विश्वविद्यालय भोपाल का दौरा किया और आरोपी व्यक्तियों डॉ एम प्रशांत पिल्लई, वर्तमान चांसलर, और डॉ एस एस कुशवाह, रिटायर चासंलर एसआरके विश्वविद्यालय के अध्यक्ष को गिरफ्तार किया और अदालत के समक्ष पेश किया जा रहा है.एसआरके यूनिवर्सिटी के बाकी बचे आरोपियों और फर्जी तरीके से सर्टिफिकेट हासिल करने वाले छात्रों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं.
गौरतलब है कि एसआरके के असिस्टेंट प्रोफेसर केतन सिंह को हैदराबाद पुलिस ने फरवरी 2022 में गिरफ्तार किया था. तब केतन सिंह ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह तो इस रैकेट का छोटा सा एजेंट भर है. उसे ग्राहकों से मिली कुल रकम का केवल 10 % ही मिलता था. विश्वविद्यालय के दूसरे अधिकारी-कर्मचारी बाकी का पैसा रख लेते हैं. उसने दावा किया कि विश्वविद्यालय में शीर्ष पदस्थ लोगों को भी इस धोखाधड़ी के बारे में पता था. आरोप है कि केतन ने 29 छात्रों के लिए हैदराबाद के महेश्वर राव को प्रमाण पत्र दिए थे. उसी ने इन तीनों के भी नाम बताए थे.