
ऋषभ दुबे/ नैमिष टुडे
कन्नौज छिबरामऊ। हरदोई जिले के एक गांव से फर्रुखाबाद के ताजपुर गांव शादी में शामिल होकर लौट रहे थे। सभी लोग परिवार और रिश्तेदार थे। किसी ने सोचा नहीं था कि खुशी का यह माहौल पलभर में एक भयानक हादसे में तब्दील हो जाएगा।
बारात से लौट रही इको गाड़ी जैसे ही छिबरामऊ क्षेत्र में नेहरू कॉलेज के पास पहुंची, वहां सड़क किनारे बिना किसी चेतावनी या संकेतक के खड़ी एक भारी-भरकम क्रेन से वह टकरा गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि गाड़ी का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें बैठे लोगों को गंभीर चोटें आईं। हादसे के बाद हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और तुरंत राहत कार्य शुरू किया गया। पुलिसकर्मियों ने सभी घायलों को अपनी गाड़ियों में लादकर तत्काल तिर्वा मेडिकल कॉलेज भिजवाया, जहां सभी का उपचार चल रहा है। प्राथमिक उपचार के बाद कुछ घायलों को जिला अस्पताल में भी रेफर किया जा सकता है, क्योंकि कुछ की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
लापरवाही के कारण हुआ यह बड़ा हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हाईवे पर सड़क निर्माण कार्य या किसी तकनीकी कार्य के लिए खड़ी की गई क्रेन के पास कोई भी चेतावनी बोर्ड या रिफ्लेक्टर नहीं लगाया गया था, जिससे रात के अंधेरे में चालक को क्रेन नहीं दिख सकी। इस लापरवाही के कारण यह बड़ा हादसा हुआ। हादसे के बाद क्रेन चालक मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
इस हादसे की सूचना परिजनों को जब मिली तो पूरे गांव में हड़कंप मच गया।
निर्माण एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई
पुलिस प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए क्रेन मालिक और संबंधित निर्माण एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। पुलिस का कहना है कि हाईवे जैसे व्यस्त मार्ग पर बिना सुरक्षा उपकरणों के भारी वाहन खड़ा करना एक गंभीर लापरवाही है और इसकी जिम्मेदारी तय की जाएगी।