
मेहमान पक्षियों के कलरव से गूंज रहा पटटी गाँव का समान्य तलाब
नैमिष टुडे/संवाददाता
कमलापुर /सीतापुर ब्लॉक कसमंडा के पट्टी गांव का तालाब इन दिनों विदेशी परिंदों के कलरव से गूंज रहा है। विदेशी मेहमानों की पानी में अठखेलियां लोगों को खूब लुभा रही हैं। आसमान में इन परिंदों का झुंड जब चहचहाते हुए उड़ान भरता है तो हर कोई अपलक निहारता रह जाता है। विभिन्न प्रजाति के मेहमान परिंदों को देखने ग्रामीण तालाब के किनारे पहुंच रहे हैं। वन विभाग की ओर से मेहमान परिंदों की निगरानी कोई व्यस्था नही की जा रही है।कमलापुर रेलवे स्टेशन के पास बसे पट्टी गांव में एक प्राचीन तालाब है। वैसे तो यह एक सामान्य तालाब ही है लेकिन इन दिनों यह तालाब ग्रामीणों के लिए आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। क्योंकि इन दिनों यहां विदेशी मेहमानों पक्षियों ने डेरा डाल रखा है। इन पक्षियों के आहार के रूप में तालाब में काफी मात्रा में मछलियां हैं। ग्रामीणों के मुताबिक यह विदेशी पक्षी हैं जो सर्दी के सीजन में भारत की झीलों में प्रवास करने आते हैं। कुछ समय पहले तक पड़ोस के गांव ज्योति शाहआलमपुर की झील में हजारों विदेशी परिंदे पर आते थे।पानी की कमी के चलते वहां धीरे-धीरे विदेशी मेहमानों का आना बंद हो गया। ग्रामीण संभावना व्यक्त कर रहे हैं कि शायद उन्हीं प्रजाति के पक्षियों ने यह तालाब करीब होने से यहां डेरा डाल दिया है गाँव निवासी सुरेश तिवारी पहली बार यहां वर्ष 2009 में प्रवासी पक्षी आए थे। इसके बाद हर साल सर्दियां शुरू होते ही दूर देश के परिंदे यहां आने लगते हैं। यह पक्षी मार्च तक यहां प्रवास करते हैं फिर लौट जाते हैं। पर्यावरण प्रेमी गोकरन नाथ मिश्र बताते है कि हर वर्ष इनकी सुरक्षा के लिए गांव वाले तालाब की निगरानी भी करते हैं ताकि कोई इन्हें नुकसान न पहुंचा सके