
हिमांशु द्विवेदी/ब्यूरो चीफ/ कन्नौज
कन्नौज /बलात्कार के आरोपी पूर्व सपा नेता नबाब सिंह यादव के समर्थन में उतरे अधिवक्ता
नबाब और उसके भाई नीलू पर दर्ज़ हैं कई आपराधिक मुकदमें।
दरअसल 12 अगस्त की रात्रि में एक नाबालिक किशोरी द्वारा पुलिस को कॉल कर सूचना दी गई कि चंदन सिंह महाविद्यालय में सपा नेता पूर्व ब्लॉक प्रमुख नबाब सिंह के द्वारा उसके साथ जबरदस्ती यौन शोषण किया गया है।
तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद और तेज तर्रार क्षेत्राधिकारी कमलेश कुमार ने तत्काल मामले की गंभीरता को समझते हुए मौके पर पहुंच आरोपी से नाबालिक बच्ची को बचाया और उसका मेडिकल परीक्षण करा तत्काल आरोपी पूर्व ब्लॉक प्रमुख नबाब सिंह को हिरासत में लिया।
वहीं इस मामले में अपनी किरकिरी होती देख सपा नेताओं ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख नबाब सिंह से अपना पल्ला झाड़ लिया।
क्षेत्राधिकारी के तेवर और उनकी ईमानदार क्षवि के चलते किसी भी दलाल या राजनीतिक संगठन की हिम्मत नहीं हुई कि आरोपी की पैरवी कर पाए,नतीजा यह हुआ कि आरोपी नबाब सिंह और उसके भाई नीलू यादव को पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
अपने पैसे और ताकत का इस्तेमाल कर आरोपी और उसके मातहतों ने कई लोगों को अपने पक्ष में करने का असफल प्रयास किया,इसे असफल इसलिए कहा जा सकता है क्योंकि ईमानदार क्षवि के धनी तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद और क्षेत्राधिकारी सदर कमलेश कुमार ने हार नहीं मानी।यही नहीं कन्नौज बार एसोसिएशन के चुनाव में बलात्कार के आरोपी ने निर्विरोध जेल में रहते हुए उपाध्यक्ष पद का चुनाव जीत लिया।
इसे विडंबना कहें या फ़िर करिश्मा कि नाबालिक से बलात्कार का आरोपी भी जेल में बैठे बैठे बार एसोसिएशन के सम्मानित उपाध्यक्ष के पद पर आसीन हो गया।
मामले में मोड़ तब आया जब आरोपी के भाई और कई मुकदमों में जेल में बंद नीलू यादव की हालत बिगड़ने पर उसे तिर्वा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया जहां पुलिस अभिरक्षा में आरोपी को उपचार हेतु लाया गया तो वहीं मौके पर पहुंचे बार एसोसिएशन कन्नौज के सदस्य आरोपी से मिलने मेडिकल कॉलेज पहुंच गए।
हालांकि अधिवक्ताओं को शांति पूर्ण तरीके से क्षेत्राधिकारी कमलेश कुमार और कोतवाली प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने समझाया कि आरोपी को इलाज हेतु लाया गया है और नियमों के अनुसार बिना कोर्ट की अनुमति के इस समय उससे कोई नहीं मिल सकता है।
अपनी क्षवि को धक्का लगता देख मौजूद लोगों ने आव देखा ना ताव और क्षेत्राधिकारी सदर कमलेश कुमार और कोतवाली प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह से भिड़ गए और उन्हें अशब्द कहने लगे जिस पर पुलिस ने शालीनता पूर्वक आपत्ति जताई और नियमानुसार उन्हें बाहर जाने को कह दिया।
अब उसी से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर क्षेत्राधिकारी पर बेवजह आरोप लगाए जा रहे हैं।
जबकि वायरल हो रहे वीडियो में क्षेत्राधिकारी कमलेश कुमार शालीनता पूर्वक वीडियो में दिख रहे व्यक्ति से उनकी उम्र और मित्र पुलिस की क्षवि के तहत हाथ जोड़ विनम्र निवेदन करते हुए बाहर जाने को कह रहे हैं।
कुछ अराजक तत्वों द्वारा पुलिस प्रशासन की छवि को बेवजह धूमिल करने का यह कुत्सित प्रयास अत्यंत ही निंदनीय और दुर्भाग्य पूर्ण है।