
मुलायम सिंह यादव की पुण्यतिथि पर छात्र सभा की तरफ से शत-शत नमन
एस पी शुक्ला ब्यूरो चीफ
लखनऊ मुलायम सिंह को सिर्फ भारतीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण चेहरा भर मानना पर्याप्त नही है ,सच्चे अर्थो मे वो एक ऐसे व्यक्तित्व थे जिन्होंने गैर कोंग्रेसवाद के खिलाफ लोहिया के सपनो को स्वर देने का काम किया ,और पिछडो ,शोषितो ,दलितों और अल्पसंख्यकों की भावनाओं को मंच दिया ,इन वर्गों के लिए वो आशा ,विश्वास और भरोसे का चेहरा थे ,,उनके पहले चाहे जितने बड़े ” यादव “नेता देश मे रहे हो लेकिन यादवों को अहिर से लेकर यादव जी तक की जीवन यात्रा मुलायम सिंह की ही देन है ,,उनके राजनैतिक अवदान और सामाजिक न्याय को लेकर बहुत सी चर्चाये लगातार होती रहेंगी ,लेकिन आज उनके जीवन् से जुड़े वो बहुत से बिंदु जो बहुत प्रभावित करते है ,उनकी चर्चा बहुत महत्वपूर्ण है ,
पहला साहित्य और भाषा को लेकर उनका समर्पण ,,अपने गुरु उदय प्रताप जी के प्रति उनका सम्मान और जिनके घर रहकर वो पढ़े है ,प्रदेश मे गोपाल दास नीरज से लेकर डॉक्टर उर्मिलेश तक की मूर्तिया स्थापित करने की उनकी पहल हमेशा स्मरण की जाएगी ,कितना सम्मान करते थे ,हिंन्दी को लेकर उनका। समर्पण अनुुकरणीय था ,क्षेत्रीय भाषाओ को प्राथमिकता दिये जाने के वो सदैव पक्षधर रहे ,दक्षिण भारत मे जाकर हिंदी विरोध के स्वर को शांत करने मे जिन लोगो का बड़ा योगदान् देश मे है उनमे मुलायम सिंह का प्रमुख नाम है ,
हमारी विदेश नीति को लेकर वो कितना सजग थे कि अरसा पहले उन्होंने कह दिया था कि पाकिस्तान की अपेक्षा भारत को कही अधिक बड़ा खतरा चीन से है ,और आज वो सब सच भी साबित हो रहा है ,रक्षा मंत्री रहते हुए सैनिको के शव उनके घर भेजे जाने के उनके ऐतिहासिक फैसले को भला कौन विस्मृत कर सकता है ,
वो मेरी युवावस्था मे प्रवेश के दिन थे जब मुलायम सिंह जी उत्तर प्रदेश के पहली बार मुख्यमंत्री बने एक ही झटके मे पूरे प्रदेश मे चुंगी व्यवस्था को खत्म करने ,और सरकारी अस्पतालो मे परचा फीस घटाकर एक रुपया करने का उनका निर्णय प्रदेश की राजनीति मे हमेशा याद किया जाता है ,
घर घर् शौचालय को लेकर चाहे जितनी बाते हो , महिलाओं के उत्थान पर भी उन्होंने काम किया महिलाओं को समझ में उचित सम्मान दिलाने का भी नेताजी ने काम किया लेकिन इस मामले मे पहली बार गंभीरता से सोचने ,सर्वजनिक मंचो पर इसकी चर्चा करने और लोगो को शौचालय निर्माण के लिए प्रेरित करने का पहला काम इस देश के मुलायम सिंह ने ही किया ,,उस समय उनकी मीटिंगो मे इसको लेकर खूब चर्चाये भी होती थी ,,
लोहिया ने अपने जीवन मे राम ,कृष्ण और शिव की समग्र अनुभूति का संदेश दिया था ,और उनके सबसे बड़े शिष्य मुलायम सिंह ने भी उनके जीवन मे अंतिम पल तक रहा और शिव की तरह सृजन और विद्वंश शक्ति भी उनके पास रही ,,उनका जाना भारतीय सियासत ही नही भारतीय सामाजिक जीवन की भी बहुत बड़ी क्षति थी,
समाजवादी पार्टी कार्यालय पर समाजवादी पार्टी के संस्थापक, देश के पूर्व रक्षा मंत्री, उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ‘पद्म विभूषण’ श्रद्धेय नेताजी मुलायम सिंह यादव जी की पुण्यतिथि पर उन्हें नमन कर श्रृद्धांजलि अर्पित की।।
देश की राजनीति में उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।।
शत शत नमन ,,नेता जी
ममता शर्मा छात्र सभा प्रदेश उपाध्यक्ष सीतापुर