
बीती रात आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी को आगरा का नया डीएम बनाया गया आईएएस भानु चंद्र गोस्वामी को प्रभारी राहत आयुक्त बनाया गया
आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी का आगरा से पुराना नाता है वह आगरा के खेरागढ़ में उपजिलाधिकारी का कार्यभार संभाल चुके हैं
विष्णु सिकरवार
आगरा। यूपी में शुक्रवार देर रात बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ है. योगी सरकार ने सूबे के लखनऊ, आगरा समेत पांच जिलों के डीएम बदल दिए। साथ ही 13 IAS अधिकारियों का भी ट्रांसफर कर दिया है. ऐसे में अगर आगरा की बात करें तो ताजनगरी के आईएएस अफसर भानु चंद्र गोस्वामी का एक साल बाद तबादला हो गया, उन्होंने पांच सितंबर 2023 को आगरा के डीएम का पदभार संभाला था। बीती रात आईएएस भानु चंद्र गोस्वामी को प्रभारी राहत आयुक्त बनाया गया है। अब उनकी जगह आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी को आगरा का नया डीएम बनाया गया है। आईएएस बंगारी मुजफ्फरनगर के डीएम हैं।
गौरतलब है कि अरविंद मल्लप्पा बंगारी का जन्म 30 मार्च 1981 को हुआ। अरविंद मल्लप्पा बंगारी कर्नाटक के जिला गदग के रहने वाले हैं। उनके पिता सीए थे। अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने वर्ष 1997 में कर्नाटक के धारवाड़ में स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात स्नातक की। स्नातक करने के बाद उन्होंने एग्रीकल्चर से एमएससी की। उन्होंने एक साल तक प्रयोगशालाओं में कार्य भी किया। अरविंद मल्लप्पा बंगारी विज्ञानी बनना चाहते थे और उनके पिता चाहते थे कि बेटा उनका नाम रोशन करके जनसेवा कर सके। प्रयोगशालाओं में वर्क करने के दौरान ही अरविंद मल्लप्पा बंगारी को सिविल सेवा के कामयाब अफसरों से परिचित होने का अवसर मिला। यहीं से ही उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा को पासआउट कर आईएएस अफसर बनना अपना लक्ष्य बना लिया था। वर्ष 2007 से अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने सिविल परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत करनी प्रारंभ कर दी थी। अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने वर्ष 2007 से 2010 तक कठिन परिश्रम के बाद सिविल सेवा का एग्जाम क्रेक कर आईएएस बनने की मंजिल को प्राप्त कर लिया। अरविंद मल्लप्पा बंगारी साल 2011 बैच के आईएएस अफसर बन गए। आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी के लिए सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी से लेकर पास आउट करने तक सफर कठिन रहा लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने सिविल सर्विस परीक्षा में ओवरऑल 83वां स्थान और कर्नाटक एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेज में 11वां स्थान प्राप्त किया था।
आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी को 29 अगस्त 2011 को मसूरी में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया, जहां से उन्हें 28 मई 2012 को झांसी में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया। झांसी में प्रशिक्षण होने के पश्चात शासन ने आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी का तबादला करते हुए 14 अगस्त 2013 को संत कबीर नगर में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात किया। इसके पश्चात शासन द्वारा आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी का संतकबीर नगर से ट्रांसफर करते हुए 14 सितंबर 2013 को आगरा के खेरागढ़ ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत किया गया। आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने आगरा से स्थानांतरण होने के बाद दस अगस्त 2014 को अयोध्या के सीडीओ के पद पर कार्यभार ग्रहण किया और इसी पद पर वह 25 अप्रैल 2017 तक तैनात रहे। इसके बाद उन्हें 26 अप्रैल 2017 को मथुरा जिले के जिलाधिकारी की कमान सौंपी गई। मथुरा में तकरीबन आठ महीने की तैनाती के बाद आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी को जौनपुर जिले का डीएम बनाया गया, जहां पर उन्होंने 11 अक्टूबर 2019 तक कलेक्टर की कमान संभाली। जौनपुर के डीएम के पद पर रहने के दौरान शासन ने आईएएस अफसर अरविंद मल्लप्पा बंगारी के हाथों में वेस्टर्न इलेक्ट्रिक सप्लाई निगम मेरठ के एमडी की बागडोर दी। अब आईएएस अफसर अरविंद मल्लपा बंगारी ने 18 जनवरी 2023 को मुजफ्फरनगर के कलेक्टर की कमान संभाली थी। अब आईएएस अफसर अरविंद मल्लपा बंगारी आगरा के जिलाधिकारी का कार्यभार संभालेंगें।