आजादी के अमृत महोत्सव पर मुक्त इलाज के लिए भटका ग्रामीण
गरीब के लिए छलावा बना साल में 5 लाख के मुक्त इलाज का सपना
नैमिष टुडे
अभिषेक शुक्ला
सीतापुर जनपद में देश में जहां एक तरफ आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और जोर शोर से तैयारी चल रहीं हैं वहीं दूसरी तरफ सरकारी मशीनरी की लापरवाही से आयुष्मान कार्ड धारक गरीब ग्रामीण अपना मुक्त इलाज पाने के लिए भटक रहा है और निजी खर्चे पर अपना इलाज करा रहा है।प्राप्त जानकारी के अनुसार विकास खण्ड हरगाँव क्षेत्र की ग्राम पंचायत निगोहाँ के रहने वाले भानू प्रताप सिंह (54) पुत्र स्व भारत सिंह जो गम्भीर बीमारी से पीड़ित हैं और अपना इलाज कराने के लिए लखनऊ में एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं।रोगी और गरीब के लिए साल में 5 लाख के मुक्त इलाज का सपना सरकार दे रहीं हैं लेकिन उपरोक्त मरीज आयुष्मान कार्ड का लाभार्थी है किन्तु बीमारी के समय उनको केवल धोखा मिला है।एक निजी अस्पताल में उनको भर्ती किया गया है लेकिन उनका आयुष्मान कार्ड पेंडिंग दिखा रहा है।सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में एजेंसी की लापरवाही बीमार व्यक्ति पर भारी पड़ रही है और उनको अपने निजी खर्चे पर इलाज कराना पड़ रहा है।सरकार ने गरीबो को उनके अच्छे स्वास्थ्य के लिए आयुष्मान कार्ड जारी करने का काम कर रही है लेकिन सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से उनके कार्ड में कोई न कोई कमी राखी जा रहीं हैं जिसके कारण गम्भीर रूप से बीमार लोगों को आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।अस्पताल में भर्ती होने के बाद जब आयुष्मान कार्ड को चेक किया गया तो उसमें पेंडिंग एट आई एएस ए का स्टेटस दिखा रहा है जिसके कारण वह अपने निजी खर्चे पर इलाज कराने पर मजबूर हो रहे हैं।सरकारी अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगतने पर गरीब ग्रामीण मजबूर हो रहे हैं।भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना में अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं।आयुष्मान कार्ड जारी कराने के बाद अपडेट कराए हुए कई माह निकल गए हैं लेकिन अभी तक उनका आयुष्मान कार्ड अपडेट नहीं हुआ है जिसके कारण उनको योजना का लाभ नहीं मिल पाया है और वह अपना इलाज निजी खर्चे पर करा रहे हैं इससे यही प्रतीत होता है कि सरकार गरीब को मुक्त इलाज का जो सपना दे रहीं हैं उस पर जिम्मेदार अधिकारी ग्रहण लगा रहे हैं।इस संबंध में पीड़ित ने पीएमओ,स्वास्थ्य मंत्री,मुख्यमंत्री,हेल्थ मिनिस्ट्री, जिलाधिकारी सीतापुर,सीएम ऑफिस,सीएमओ सीतापुर सहित यूपी सरकार को ट्वीट कर समस्या को अवगत कराया है