
हिमांशु द्विवेदी/ नैमिष टुडे
छिबरामऊ(कन्नौज)। नारी सुरक्षा, नारी सम्मान यही मिशन शक्ति का अभियान”
यही नारा साकार करते हुए थाना छिबरामऊ पुलिस की मिशन शक्ति टीम ने शनिवार को एक अनूठा जन जागरूकता अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य था — महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और समाज में अनुशासन का वातावरण स्थापित करना।
इस विशेष कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे अतिरिक्त निरीक्षक बृजमोहन पाल व सब इंस्पेक्टर अंकिता तिवारी के साथ कांस्टेबल शिवानी पाराशर,नेहा रघुवंशी, की टीम ने मिशन शक्ति फेस 5.0 के तहत शहर में भ्रमण कर लोगों को सुरक्षा और यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया।
सड़क पर चला “सजगता अभियान” — नियमों का पाठ, शोहदों को चेतावनी
शनिवार को मिशन शक्ति टीम ने पीपल चौराहे से लेकर तिरंगा तिराहे तक पैदल भ्रमण कर राहगीरों से संवाद किया।
पुलिस टीम ने दोपहिया चालकों को हेलमेट लगाने, तीन सवारी से बचने, तथा वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग न करने जैसी बातें समझाईं। साथ ही यातायात का पालन न करने वालों को चेतावनी देते हुए कहा गया कि “सुरक्षा आपकी जिम्मेदारी है — लापरवाही जानलेवा हो सकती है।”
इसी दौरान कुछ शोहदे जो बिना उद्देश्य के सड़कों पर घूमते पाए गए, उन्हें शक्ति दीदी ने सख्त हिदायत दी। उन्होंने स्पष्ट कहा —
कानून का उल्लंघन करने वालों के लिए कोई जगह सड़क पर नहीं, जेल में है।”
इस दृढ़ लेकिन संवेदनशील रवैये से क्षेत्र में संदेश गया कि मिशन शक्ति केवल नारी सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज के अनुशासन और नैतिकता को भी सशक्त बना रहा है।
महिलाओं को मिली सुरक्षा की जानकारी, आत्मविश्वास की सीख
कार्यक्रम में महिला नागरिकों को महिला सुरक्षा संबंधी हेल्पलाइन नंबरों की विस्तृत जानकारी दी गई —
वूमेन पावर लाइन 1090
UP112 आपातकालीन सेवा
ऑपरेशन कवच
181 महिला हेल्पलाइन
1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन
1098 चाइल्ड लाइन
155260 व 1930 साइबर क्राइम हेल्पलाइन
टीम ने महिलाओं को साइबर अपराधों से सावधान रहने, अजनबियों से ऑनलाइन बातचीत में सतर्कता बरतने और किसी भी उत्पीड़न की स्थिति में तुरंत शिकायत करने की सलाह दी।
शक्ति दीदी अंकिता तिवारी ने कहा
मिशन शक्ति का असली उद्देश्य महिलाओं में आत्मविश्वास जगाना है। डर खत्म करना ही सुरक्षा की पहली सीढ़ी है।”
जनता का विश्वास, पुलिस का मानवीय चेहरा:
जहाँ एक ओर टीम ने कानून का सख्ती से पाठ पढ़ाया, वहीं दूसरी ओर उनका संवेदनशील व्यवहार जनता के दिलों को छू गया।
राहगीरों और स्थानीय नागरिकों ने कहा कि ऐसी पुलिस टीमें समाज में भरोसा और सम्मान की भावना पैदा करती हैं।
इन शक्ति दीदियों ने यह साबित कर दिया कि पुलिस केवल अनुशासन नहीं, बल्कि संवेदना और सुरक्षा का प्रतीक भी है।”
मिशन शक्ति : समाज में बदलाव की दिशा में एक कदम
कार्यक्रम के समापन पर पुलिस टीम ने उपस्थित नागरिकों से अपील की कि वे स्वयं भी जागरूक रहें और दूसरों को भी जागरूक करें। किसी भी अपराध या अनुचित व्यवहार की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि समाज में शांति और सुरक्षा का वातावरण बना रहे।
टीम के इस अभियान ने न केवल महिलाओं को आत्मरक्षा और कानून की जानकारी दी, बल्कि नागरिकों को यह भी समझाया कि सुरक्षा और अनुशासन एक साझा जिम्मेदारी है।
थाना छिबरामऊ पुलिस की यह पहल नारी सशक्तिकरण और सामाजिक जागरूकता का ऐसा संगम बनी, जिसने यह साबित कर दिया कि जब संवेदना और सख्ती एक साथ चलें, तो समाज में वास्तविक बदलाव संभव है।